आजकल की अनियमित जीवनशैली की वजह से लोगों में गैस यानी एसिडिटी (Acidity) की शिकायत देखने को मिलती है। गैस की समस्या लोगों में एक आम समस्या बन गई है। गैस बनने की कई वजह होती है। लेकिन तेल मसाला या जंक फूड का सेवन करने से ज्यादातर लोगों को गैस की शिकायत हो जाती है। गैस की शिकायत होने पर शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द हो सकता है। लेकिन अगर आप रोजाना कुछ योग करते हैं, तो इससे गैस की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। जानिए कौन से योग करने से गैस की शिकायत दूर होती है।
गैस के लिए योगासन (Gas Ke Liye Yogasan In Hindi)
वज्रासन
गैस की शिकायत से छुटकारा पाने के लिए लोगों को वज्रासन (Vajrasana) योग करना चाहिए। अगर आप रोजाना वज्रासन योग करते हैं, तो यह काफी फायदेमंद साबित होता है। इस योग को करने के लिए घुटनों को पीछे की ओर मोड़कर हिप को एड़ी पर रख लें। अब अपने सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा रखें और दोनों हथेलियों को अपने जांघों पर रख लें। इसी पोजीशन में कुछ देर बैठे रहें।
मार्जरी आसन
मार्जरी आसन (Marjariasana) पेट के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इस योग को करने से गैस की शिकायत से छुटकारा मिल जाता है। इस आसन को करने के लिए अपने दोनों घुटनों को टेक कर बैठ जाएं। इसके बाद आगे की ओर झुकें और अपने दोनों हाथों को घुटनों के सामने ज़मीन पर रखें। इस आसन में हाथ सीधे कंधों से नीचे होने चाहिए और जांघें भी खड़ी हो। इसके बाद सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर की ओर खींचें और सिर को सीने की ओर लेकर जाएँ। फिर सांस लें और सिर को ऊपर उठाएं और पीठ को नीचे ले जाने की कोशिश करें। इस आसन को कम से कम 4-5 बार करें।
कपालभाति
कपालभाति (Kapalbhati) योग पेट के लिए काफी लाभदायक साबित होता है। इस योग को करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। इस योग को करने के लिए बैठ जाएं। फिर गहरी सांस अंदर की ओर लें और झटके से सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की ओर खींचें। ऐसा कम से कम 10-15 बार करें। इस योग से पेट की चर्बी भी कम होती है।
बालासन
बालासन (Balasana) पेट के लिए सबसे फायदेमंद योग माना जाता है। इस आसन को करने से एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। इसको करने के लिए सबसे पहले चटाई या मैट पर घुटनों को मोड़ कर बैठ जाएं। इसके बाद श्वास अंदर लेते हुए दोनो हाथों को सीधा सिर के उपर उठा लें। तब तक आगे झुकते रहें जब तक की आपकी हथेलियां ज़मीन पर नहीं टिक जाती। अब सिर को ज़मीन पर टिका लें। फिर लंबी सांस अंदर लें और बाहर छोड़ें, दोनों हाथों की उंगलियों को कसकर जोड़ लें, इनकी बीच में आपको सिर रखकर उसको सहारा देना है। इस मुद्रा में कम से कम 5 मिनट तक रहना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।