भारत में पुराने समय से ही दूध और उससे बने उत्पादों का इस्तेमाल किया जा रहा है और घी भी दूध से ही बनता है। घी का इस्तेमाल आमतौर पर हर व्यक्ति अपने खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए करता है। घी (Ghee Khane Ke Fayde) खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उससे कहीं ज्यादा ये हमारे सेहत के लिए फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में इसके बारे में कई सारे चमत्कारी फायदे बताए गए हैं। अगर हर दिन घी का सेवन किया जाए तो हार्ट हेल्दी (Benefits of Ghee for Heart) रहता है। यह हार्ट की नलियों को ब्लॉक होने से बचाता है। साथ ही इसके नियमित सेवन से हड्डियों को कैल्शियम मिलता है जिससे ये मजबूत होती हैं। आज हम बात करेंगे घी खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं।
सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है घी- Sehat ke liye behad faydemand hai ghee in Hindi
स्वस्थ हृदय (Benefits of eating ghee for Healthy heart)
घी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियों में घी मिलाकर दवा तैयार किया जाता है जो, हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। नियमित रूप से सेवन करने से हार्ट की नलियों को ब्लॉक होने से बचाया जा सकता है।
कैंसर की रोकथाम (Benefits of Ghee for Cancer Prevention)
कैंसर से बचने के लिए घी का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। एक रिसर्च की माने तो घी में कार्सिनोजन यानी कैंसर के असर को कम करने के गुण पाए जाते हैं। साथ ही घी कैंसर को बढ़ाने वाले ट्यूमर को पनपने से रोक सकता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाला लिनोलिक एसिड कोलन कैंसर को भी रोकने का काम कर सकता है।
कम वजन (Benefits of eating ghee for weight loss)
आज की खराब लाइफस्टाइल के कारण लगभग हर दूसरा इंसान बढ़ते वजन से परेशान है। ऐसे में घी आपके बेहद काम आ सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक, ऑक्सीडाइज घी में सैचुरेटेड फैटी एसिड और ओलिक एसिड पाए जाते हैं। ये दोनों वजन को बढ़ने से रोकने और बढ़े हुए वजन को कम करने में मदद करते हैं।
पाचन (Eat ghee for good digestion)
आयुर्वेद की माने तो, घी पचने में आसान होता है। खाने के तेल के मुकाबले पेट के लिए घी हल्का होता है। खासकर गाय का घी पाचन तंत्र को बेहतर करता है। गर्भवती महिलाओं को शुरुआती महीनों में होने वाली कब्ज, मतली और उल्टी की समस्या को कम करने के लिए भोजन में घी शामिल करने की सलाह दी जाती है।
प्रतिरोधक क्षमता (Benefits of eating ghee to increase immunity)
घी के सेवन से प्रतिरोधक क्षमता को और भी मजबूत किया जा सकता है। घी में कंजगेटेड लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को ठीक करने के साथ ही शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। साथ ही घी एक लुब्रिकेंट की तरह काम कर सकता है और स्पाइन को स्थिरता और ताकत दे सकता है।
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