आज के समय में खानपान की अनियमितता की वजह से जीवन शैली में आए बदलाव ने कई रोगों को जन्म दे दिया है। इस वक्त जो बीमारियां आम बनती जा रही हैं वो किसी जमाने में कुछ ही लोगों को हुआ करती थीं और ऐसी ही एक बीमारी है अपेंडिक्स (appendix) जिसके मरीज काफी तेजी से देखने को मिले हैं। ये आंत में पाए जाने वाली 3.5 इंच लंबी एक ट्यूब है। अपेंडिक्स का दर्द असहनीय होता है। लेकिन इस बीमारी का इलाज भी घरेलू नुस्खे के जरिए किया जा सकता है।
आपकी जानकारी के लिए आपको बतादें यह ट्यूब पेट के एकदम निचले हिस्से में होती है। अपेंडिक्स में जब इंफेक्शन होता है तो उसमें सूजन आ जाती है और वो जलन देने लगती है। अपेंडिक्स में जैसे-जैसे सूजन बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे दर्द भी बढ़ता जाता है। कई बार स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि अपेंडिक्ट फट तक जाता है, जिससे तुरंत सर्जरी करने की जरूरत होती है।
अपेंडिक्स का घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं, इनको ध्यान से पढ़ें और डॉक्टर की सलाह के साथ फॉलो करें:-
1. मेथी का सेवन करें
अपेंडिक्स के लिए मेथी कुदरती तौर पर फायदेमंद मानी गई है। इसके सेवन से अपेंडिक्स के आस-पास म्यूकस या पस नहीं बनता, जिसके कारण इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है। यह दर्द से भी राहत दिलाती है। एक लीटर पानी में दो चम्मच मेथी डालकर आधे घंटे तक उबालें। फिर पानी से मेथी छान लें और इस पानी को दो बार पीएं।
2. अरंडी का तेल
अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) गुण होते हैं। इस एसिड के कारण अरंडी का तेल अपेंडिक्स में होने वाले दर्द व सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके लिए अरंडी के तेल को कपड़े में लगा लें और प्रभावित जगह के ऊपर कुछ मिनट तक रखें।
3. अदरक से बनी चाय का करें सेवन
अदरक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होता है, जो सूजन और दर्द को कम करने का काम करता है। इसमें एनाल्जेसिक गुण पाया जाता है। अपेंडिक्स में अदरक की चाय भी फायदेमंद साबित हो सकती है।
4. वेजिटेबल जूस
जिन्हें अपेंडिक्स की समस्या होती है उन्हें सब्जियों का जूस पीने की सलाह दी जाती है। गाजर, खीरा, चुकंदर आदि का जूस पीने से अपेंडिक्स का दर्द कम हो जाता है। दिन में दो बार ये जूस पीने से दर्द से राहत मिलती है।
5. एप्पल साइडर विनेगर
एप्पल साइडर विनेगर में सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं। एक गिलास गर्म पानी में एप्पल साइडर विनेगर डालकर पीने से दर्द से छुटकारा मिल सकता है। हालांकि, इसका रोज सेवन करने से लाभ होता है।
6. लहसुन
लहसुन में सूजन-रोधी और माइक्रोबियल-रोधी गुण होते हैं। इसके सूजनरोधी गुण दर्द को कम करने में बेहद कारगर हैं जबकि माइक्रोबियल-रोधी तत्व हानिकारक बैक्टीरिया, फंगस, वायरस और परजीवियों को खत्म कर सकते हैं। इसके लिए आप एक-दो लहसुन की कलियों को कूटकर पानी के साथ निगल लें। इससे आपको काफी आराम महसूस होगा।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।