आयुर्वेद (Ayurved) में जड़ी बूटियों का भंडार है। हर चीज का आयुर्वेद में कोई न कोई महत्व जरूर छुपा होता है। जैसे कि कुटकी ये एक औषधीय जड़ी बूटी (herbs) है। कई तरह की बीमारियों को ठीक करने वाली ये जड़ी बूटी को पहाड़ो में पाई जाती है। जिसका मिलना बहुत मुश्किल होता है। इसके स्वाद की बात की जाए, तो ये खाने में काफी कड़वी (Bitter In Taste) होती है। लेकिन सेहत (Health) के लिए उतनी ही फायदेमंद। हर प्रदेश में इन्हें अलग नाम से जाना जाता है। आइए अब जानते हैं कुटकी के सेवन से किन बीमारियों में आराम मिल सकता है।
कुटकी के सेवन से दूर होंगी ये बीमारियां, जानें - Kutki Ke Sevan Se Dur Hogi Kai Bimariyan, Jane
पेट के रोग में करें कुटकी का सेवन Use kutki in stomach disease - अगर आप एसिडिटी (Acidity), कब्ज, पेट का दर्द (Stomach ache), भूख न लगना (loss of appetite), जलोदर रोग जैसी परेशानी से परेशान रहते हैं, तो ऐसे में कुटकी का सेवन कर इस परेशानी से मुक्ति पाई जा सकती है। कुटकी के सेवन से इन सभी बीमारी में बहुत फायदा मिलता है।
किडनी की समस्या में कुटकी का करें उपयोग Use kutki in kidney problem - कुटकी की जड़ का चूर्ण बनाकर कम से कम 3-5 ग्राम चूर्ण को बराबर मात्रा में शहद के साथ मिलाकर सेवन करें। रोजाना इसका दिन में तीन बार सेवन करने से किडनी की समस्या में लाभ मिलता है।
घाव को ठीक करने के लिए करें, कुटकी का उपयोग To heal the wound, use kutki - कुटकी में कई एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा की बीमारी के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। यदि आपको त्वचा में संक्रमण, घाव और चकत्ते हुए हों, तो ये उसको तेजी से ठीक करते हैं। यही नहीं एक रिसर्च में पाया गया है कि कुटकी का उपयोग सोरायसिस और विटिलिगो जैसे समस्याओं में भी किया जाता है।
बुखार में उपयोगी Useful in fever - तेज बुखार में कुटकी बहुत फायदेमंद होती है। इसमें एंटीपायरेटिक गुण पाए जाते हैं जो शरीर के तापमान को कम करने में मदद करती है। 20 मिली काढ़ा में 10-12 ग्राम घी मिलाकर पीने से बुखार कम हो जाएगा, साथ ही शरीर में जलन की समस्या भी कम हो जाएगी।
वजन को कम करने करें इसका सेवन Use it to reduce weight - कुटकी के पाउडर का सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। आयुर्वेद के अनुसार कुटकी में भेदन का गुण पाया जाता है, जो कि शरीर के अंदर उपस्थित खराब पदार्थों को बाहर निकाल कर वजन को कम करने में मदद करता है।
गठिया के दर्द में मिलेगा आराम You will get relief in the pain of arthritis - कुटकी चूर्ण का प्रयोग गठिया के लक्षणों को कम करने में किया जाता है इसके चूर्ण का सेवन करने से गठिया के दर्द को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
कुटकी के नाम -
English – Picrorhiza root (पिक्रोराइजा रूट) हेल्लेबोर (Hellebore), Sanskrit – शतपर्वा, कट्वी, कटुका, तिक्ता, कृष्णभेदा, कटुम्भरा, अशोका, मत्स्यशकला, चक्राङ्गी, शकुलादनी, मत्स्यपित्ता, काण्डरुहा, रोहिणी, कटुरोहिणी, Hindi – कुटकी, कुटकी, कटुका, Oriya – कटुकी (Katuki), Urdu – कुटकी सफेद (Kutaki safed), कुटकी स्याह (Kutaki siyah), Gujarati – बालकाडू (Balkadu), काडू (Kadu), Tamil – कादुगुरोहिणी (Kadugurohini), कटुकुरोगनी (Katukurogini), Telugu – कटुकरोगनी (Katukrogani), कटुक्कुरोहिनी (Kattukurohini), Bengali – कटकी (Katki), कुरू (Kuru), Marathi – केदारकडू (Kedar Kadu), काली कुटकी (Kali kutki), कुटकी (Kutaki), Malayalam – कटुखुरोहणी (Katukhurohani)
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