सितोपलादि चूर्ण खाने का सही तरीका, जानें 5 फायदे-Right Way And Benefits Of Eating Sitopaladi Churna 

सितोपलादि चूर्ण खाने का सही तरीका, जानें फायदे(फोटो-Sportskeeda hindi)
सितोपलादि चूर्ण खाने का सही तरीका, जानें फायदे(फोटो-Sportskeeda hindi)

सितोपलादि चूर्ण (Sitopaladi Churna) एक आयुर्वेदिक औषधी है, जिसका सेवन सेहत को काफी लाभ पहुंचाता है। सितोपलादि चूर्ण बनाने के लिए मिश्री, वंशलोचन, पिपली, दालचीनी और इलायची का उपयोग किया जाता है और ये सभी चीजें औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, इसलिए इसका सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। सितोपलादि चूर्ण में एंटी बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन छोटे बच्चों से लेकर बड़े तक सभी कर सकते हैं। लेकिन सितोपलादि चूर्ण का अगर आप सही तरीके से सेवन नहीं करते हैं, तो यह स्वास्थ्य को उतना लाभ नहीं पहुंचाता है। तो आइए जानते हैं सितोपलादि चूर्ण खाने का सही तरीका क्या है और इसको खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं।

सितोपलादि चूर्ण खाने का सही तरीका, जानें 5 फायदे- Right Way And Benefits Of Eating Sitopaladi Churna In Hindi

सितोपलादि चूर्ण खाने का सही तरीका

1- सितोपलादि चूर्ण को घी (Ghee) में मिलाकर खाया जा सकता है, इससे सर्दी-जुकाम जैसी शिकायत दूर होती है। इसका सेवन बच्चे से लेकर बड़े तक सभी कर सकते हैं।

2- अगर आप रात में सितोपलादि चूर्ण का सेवन कर रहे हैं, तो आपको शहद (Honey) के साथ सेवन करना चाहिए। क्योंकि सितोपलादि चूर्ण का शहद के साथ सेवन करने से खांसी की शिकायत दूर होती है, साथ ही कई और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी दूर होती है।

सितोपलादि चूर्ण खाने के फायदे

1- अस्थमा (Asthma) की शिकायत होने पर सितोपलादि चूर्ण का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि अगर आप सितोपलादि चूर्ण का सेवन करते हैं, तो इससे अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।

2- सर्दी-जुकाम (Cold) या गले में खराश की शिकायत होने पर सितोपलादि चूर्ण का सेवन फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि इसमें एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल जैसे गुण पाए जाते हैं, जो सर्दी-जुकाम और गले में खराश को दूर करने में मदद करते हैं।

3- कुछ लोगों को सुबह उठते ही छींक आने लगती है, यह एक प्रकार की एलर्जी (Allergy) होती है। लेकिन एलर्जी की शिकायत होने पर अगर आप सितोपलादि चूर्ण का सेवन करते हैं, तो यह लाभदायक साबित होता है। कयोंकि सितोपलादि एंटीहिस्टामिनिक गुणों से भरपूर होता है, जो एलर्जी की समस्या को कम करने में मदद करता है।

4- खांसी (Cough) की शिकायत होने पर सितोपलादि चूर्ण का सेवन फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि सितोपलादि चूर्ण में एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं, जो सूखी या गीली दोनों तरह की खांसी को दूर करने में मददगार साबित होते हैं।

5- पाचन तंत्र (Digestion) को मजबूत बनाने के लिए सितोपलादि चूर्ण का सेवन लाभदायक साबित होता है। क्योंकि सितोपलादि चूर्ण का सेवन करने से शरीर में मौजूद गंदगी बाहर निकालती है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और पाचन संबंधी समस्या भी दूर होती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।