योग (yoga) कई बीमारियों को जड़ से खत्म कर देता है। कई ऐसी बीमारियां होती है जिसकी कोई दवा नहीं होती है योग ही उसका इलाज होता है। उन्हीं में से एक सर्वाइकल (survical) है। सर्वाइकल की बीमारी आजकल हर उम्र के लोगों को होने लगी है। यह प्रॉब्लम ज्यादातर उन लोगों को ही होती है जो ज्यादा देर तक मोबाइल, लैपटॉप चलाते हैं। या फिर लंबे समय तक गर्दन को एक ही पोजिशन में रखते हैं। साथ ही छोटे गर्दन वाले लोगों में यह परेशानी ज्यादा देखने को मिलती है।
सर्वाइकल में हमारी गर्दन में दर्द (neck pain) होता है। साथ ही गर्दन को हिलाने डुलाने में भी काफी दर्द महसूस होता है। हाथ पैर में अक्सर झुनझुनी लगती है। कभी कभी यह दर्द सिर में भी होने लगता है। सर्वाइकल की शुरूआत अक्सर कर गर्दन से ही होती है। जानिए सर्वाइकल के लिए कौन-कौन से योग होते हैं।
सर्वाइकल के लिए योगासन (survical ke lie yogasan in hindi)
भुजंगासन
इस आसन को करने के लिए जमीन पर लेट जाएं। फिर दोनों कोहनियों (Elbows) को पसलियों से सटी रखकर दोनों हथेलियों को जमीन पर रख लें। इसके बाद सांस लेते हुए सीने को नीचे से उठाकर ऊपर की ओर देखें। फिर सांस छोड़ते हुए शरीर को नीचे की ओर लेकर जाएं। ऐसा कम से कम 5 बार करें।
मार्जरासन
इस आसन को करने के लिए अपने दोनों घुटनों को टेक कर बैठ जाएं। इसके बाद आगे की ओर झुकें और अपने दोनों हाथों को घुटनों के सामने ज़मीन पर रखें। इस आसन में हाथ सीधे कंधों से नीचे होने चाहिए और जांघें भी खड़ी हो। इसके बाद सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर की ओर खींचें और सिर को सीने की ओर लेकर जाए। फिर सांस लें और सिर को ऊपर उठाएं और पीठ को नीचे ले जाने की कोशिश करें। इस आसन को कम से कम 4-5 बार करें।
धनुरासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। फिर हाथ को पीछे करते हुए दोनों पैरों को पकड़े। इसके बाद सांस लेते हुए सीने और पैर को ऊपर ही तरफ उठाएं। फिर कुछ देर इसी पोजीशन में रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में हो जाएं। ऐसा कम से कम 5 बार करें।
ताड़ासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप एक सीधे खड़े हो जाएं। फिर हाथ को सिर के ऊपर करें और सांस लेते हुए शरीर को ऊपर की ओर खींचें। इस पोजीशन में कुछ देर के लिए रहें। फिर सांस को छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाएं। ऐसा कम से कम 5 बार करें।
मकरासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। फिर सिर और कंधों को ऊपर की तरफ उठाएं। इसके बाद कोहनियों को जमीन पर टिकाते हुए हथेलियों को ठोड़ी पर रख लें। फिर सिर और कंधें को ऊपर की तरफ उठा लें और आंख बंद कर के सांस लें फिर छोड़ें। इस पोजीशन में थोड़ी देर रहें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।