हड्डी बुखार के लक्षण - haddi bukhar ke lakshan

ये हो सकते हैं हड्डी बुखार के लक्षण
ये हो सकते हैं हड्डी बुखार के लक्षण

जिस तरह बैक्टीरिया त्वचा, फेफड़ों या शरीर के किसी भी अंग के ऊतकों पर हमला करते हैं उसी तरह से ये हड्डियों पर भी हमला कर सकते हैं। हड्डियों में सूक्ष्म जीवी बैक्टीरिया आमतौर पर खून के जरिए पहुंचते हैं। कुछ मवाद पैदा करने वाले सूक्ष्म जीवी बैक्टीरिया से हड्डियों में गंभीर संक्रमण रोग हो सकता है। शरीर में कहीं भी स्थानीय रोग ग्रस्त संक्रमण स्थान से यह बैक्टीरिया रक्त प्रवाह द्वारा हड्डी या जोड़ों तक पहुंच जाता है। इसे फ्लू, इन्फ्लूएंजा, साधारण सर्दी के बुखार या हड्डी तोड़ बुखार (haddi bukhar ke lakshan) के नाम से जाना जाता है। यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत आसानी से और बड़ी ही तेजी से पहुंचती है। इसके विषाणु एक से दूसरे में सांस द्वारा भी पहुंचते हैं। छूत फ्लू एक-दो दिन तथा कभी-कभी कुछ घंटों में सक्रिय हो जाता है।

हड्डी बुखार के लक्षण Symptoms of bone fever in Hindi

अचानक बुखार आना, सिर दर्द, बदन दर्द, गले में खराश, नाक में खुजली होना, पानी आना आदि वायरल के सामान्य लक्षण हैं। जब हड्डी में बुखार पहुंच जाता है तब कई मामलों में सर्दी-खांसी या बदलम जैसे कोई लक्षण नहीं होते बस उन्हें अजीब तरह की बेचैनी महसूस होती है, हरारत महसूस होती है। इसके साथ ही भूख खत्म हो जाती है।

-हड्डी बुखार के लक्षण में शरीर का तापमान 101 डिग्री से 103 डिग्री से भी ज्यादा हो सकता है।

-तेज बुखार, सिर और बदन में दर्द की समस्या हो सकती है।

-तेज सूखी खांसी, जुकाम, गले में खराश, छींक आना, नाक व आँख से पानी आना आदि भी लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

दरअसल, इसके वायरस हमारे गले में सुप्तावस्था में निष्क्रिय पड़े रहते हैं। ठंडे वातावरण के संपर्क में आने, फ्रिज का ठंडा पानी, शीतल पेय पदार्थ पीने आदिस से ये वायरस सक्रिय होकर हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित कर देते हैं। वायरल में भी हड्डियों में दर्द की समस्या हो जाती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Ritu Raj