हार्ट ब्लॉकेज ऐसी अवस्था है, जिसमें हृदय रुक रुककर कार्य करता है। ये समस्या होने पर हृदय में मौजूद इलेक्ट्रिकल सिस्टम प्रभावित होता है। जिसके कारण आपके हृदय की गति लगभग 20 सेकंड देर से धड़कती है। ये कोरोनरी आर्टरी डिजीज से अलग है जिसमें कि हृदय की रक्त वाहिकाओं पर असर पड़ा है। जब हार्ट ब्लॉकेज होता है तो दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है और सामान्य से धीमी गति से चलने लगती है। इसके कई लक्षण होते हैं जिसके जरिए हम पता लगा सकते हैं।
कई बार सीने में दर्द महसूस होने के बाद भी लोग नजरअंदाज कर देते हैं जो आपके लिए खतरनाक हो सकता है। हार्ट ब्लॉकेज होने पर दिल की धड़कन धीमी हो जाती है और बॉडी ब्लड को सही ढंग से पंप नहीं कर पाती है। हार्ट बीट बढ़ने और कम होने लगती है जिससे हार्ट ब्लॉक कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, हार्ट में ब्लॉकेज होने को लेकर शरीर कई संकेत देने लगता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि हार्ट ब्लॉक आपके हृदय के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में होने वाली परेशानी है। इससे आपके दिल की धड़कन सही बनी रहती है। इसे एट्रियोवेंट्रिकुलर ब्लॉक AV या कंडक्शन डिसऑर्डर भी कहा जाता है। जब हृदय गति को नियंत्रित करना वाला इलेक्ट्रिकल सिग्नल आंशिक रूप से ब्लॉक हो जाता है कब ऐसा होता है। एक स्वस्थ व्यक्ति का दिल 1 मिनट में करीब 60-100 बार धड़कता है, लेकिन ब्लॉकेज होने पर ये करीब 40 बार कम धड़कने लगता है। ऐसे में सीने में दर्द की समस्या, सांस लेने में तकलीफ जैसे कुछ लक्षण नजर आने लग जाते हैं।
ये हैं हार्ट ब्लॉक के लक्षण | symptoms Of heart block
दिल की धड़कन अनियमित होना
दिल की धड़कन का स्लो हो जाना
सांस लेने में तकलीफ होना
चक्कर आना
बेहोशी महसूस होना
सीने में दर्द या बेचैनी होना
एक्सरसाइज करने में कठिनाई होना
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।