इन तकनीकों से करें दिल और कैंसर का इलाज- in takniko se kare dil aur cancer ka ilaz in hindi

इन तकनीकों से करें दिल और कैंसर का इलाज
इन तकनीकों से करें दिल और कैंसर का इलाज

कैंसर एक बेहद ही गंभीर बीमारी है, इसके इलाज में भी भारी-भरकम खर्च आता है। इन दिनों ये बीमारी काफी तेजी से बढ़ते जा रही है। इसका एक बड़ा कारण प्रदूषण भी है जिसके चलते कैंसर के साथ दिल से जुड़ी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। अब नई रेडियोथेरेपी तकनीक से दिल की बीमारी का इलाज किया जाएगा। अभी रेडियोथेरेपी का उपयोग कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।

एक्स-रे बीम का इस्तेमाल (use of x-ray beams)

इस प्रक्रिया में उच्च ऊर्जा वाले एक्स-रे बीमा शामिल होते हैं, जिन्हें फोटॉन कहा जाता है। इसे सामान्य नाड़ी को बहाल करने के लिए हृदय के एक क्षेत्र में निर्देशित किया जाता है। शुरुआती स्टडी के अनुसार, यह उन रोगियों में ज्यादा प्रभावी है जो अन्य सभी उपचारों का जवाब देने में विफल रहे हैं, और लक्षणों में कम से कम 90 प्रतिशत सुधार होता है।

कैसे करता है काम (know how does it work)

इसके उपचार को स्टीरियोटैक्टिक एब्लेटिव रेडियोथेरेपी, या SABR कहा जाता है। इसमें शरीर के अंदर एक छोटे से क्षेत्र में विकिरण की तीव्र खुराक देता है, जबकि आसपास के ऊतकों को नुकसान को सीमित करता है, जिससे यह फेफड़ों और यकृत में कठिन-से-पहुंच वाले ट्यूमर से निपटने में काफी अहम भूमिका निभाता है।

इन मरीजों पर हुआ इसका इस्तेमाल (It was used on these patients)

एक 69 वर्षीय मरीज का कहना है कि, प्रयोगात्मक प्रक्रिया के लिए स्वेच्छा से लिया गया निर्णय था। इस मरीज का नाम सू था जिसका कहना था कि, उनके पास कोई विकल्प नहीं था वो तीन दशकों से दिल की समस्याओं से जूझ रही थी। वर्ष 2000 में कई हृदय-वाल्व प्रतिस्थापन और एक डबल बाईपास सहित कई ऑपरेशन किए गए हैं। 2009 में उन्हें फिर कार्डियक अरेस्ट हुआ। उसके दो साल पहले, उसे वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया के एपिसोड का अनुभव होना शुरू हुआ। जो पास से 15 मिनट के बीच रह सकता है और इसके परिणामस्वरूप उनके दिल की धड़कन प्रति मिनट 200 बीट तक हो सकती है। दिसंबर में SABR प्रक्रिया से गुजरने के बाद सू को कोई दौरा नहीं पड़ा। हृदय-ताल विकार, या अतालता, ब्रिटेन में 20 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित करते हैं और संख्या बढ़ रही है।

किडनी कैंसर की दवा से होगा दिल के मरीजों का इलाज (Heart patients will be treated with kidney cancer medicine)

इसके साथ ही किडनी कैंसर की दवा से दिल के मरीजों का इलाज किया जा सकेगा, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की शोधकर्ताओं का कहना है कि, एल्डेसल्यु किन दवा का इस्तेमाल वर्तमान में किडनी कैंसर के मरीजों के इलाज में किया जा रहा है। यह दवा हार्ट फेल होने का खतरा कम करती है और पहले हार्ट अटैक से जूझ रहे मरीजों में रिकवरी को तेज करती है। रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, यह दवा दिल के मरीजों में रिकवरी को एक हफ्ते के अंडर 75 फीसदी तक तेज कर देती है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य एजेंसी NHS कैंसर के इलाज में इस दवा का इस्तेमाल कर रही है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।