किसी भी रोग से बचने के लिए सबसे जरूरी शरीर में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी (immunity) है। अगर इम्यूनिटी मजबूत है तो संक्रमण, वायरल के साथ ही कई अन्य बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए सबसे अच्छा तरीका नेचुरल इंग्रेडिएंट्स होता है। जैसे- गिलोय, आमला, तुलसी, लौंग, अदरक इत्यादि। आज हम बात करेंगे तुलसी के बारे में जो एक औषधीय पौधा है। आयुर्वेद तुलसी को कई सारी समस्याओं को दूर करने के लिए खूब इस्तेमाल करता है। इम्यूनिटी को बूस्ट (Tulsi is immunity booster) करने के लिए तुलसी सबसे अच्छा तरीका है।
1- तुलसी (Benefits of tulsi) कई एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जो हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। तुलसी के जरिए सर्दी जुकाम, खांसी, बुखार, सांस संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। तुलसी में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं जो हमें कई सारी समस्याओं से बचाते हैं। इसके काढ़ा का सेवन किया जाए तो हमारी इम्यूनिटी स्ट्रांग होगी। इसके लिए इसका काढ़ा (basil decoction) बनाकर पीने से लाभ मिलता है।
2- काढ़ा बनाने का तरीका
4 कप पानी
10-12 तुलसी की पत्तियां
अदरक को कद्दूकस कर लें
गुड़ या फिर 1 चम्मच शहद
काली मिर्च 2-3 ले लें
3- बनाने की विधि
तुलसी की पत्तियों को धो कर एक पैन में डालकर उसे अच्छे से उबाल लें।
हल्का गरम होने पर इसमें तुलसी की पत्तियां मिला दें।
इसमें काली मिर्च मिला दें
अदरक डालकर 4-5 मिनट तक उबालें
इसके बाद इसमें शहद या गुड़ मिलाकर अच्छे मिक्स कर दें।
हल्का गर्म हो जाने के बाद पानी को छान लें
4- तुलसी के काढ़े के सेवन से सर्दी-जुकाम दूर होने के साथ ही गले की खराश भी खत्म होती है। इसके साथ ही डायबिटीज (diabetes) मरीज भी अगर नियमित रूप से तुलसी के सेवन करें तो उन्हें भी काफी लाभ मिलता है। इससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। सिर्फ इतना ही नहीं तुलसी का काढ़ा नियमित रूप से पीने से शरीर से टॉक्सिन पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। ये इम्यूनिटी बूस्ट (immunity boost) करने का सबसे अच्छा तरीका है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।