भीगे हुए काले चने स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है। इसके खाने से शरीर में खून की कमी, थकान, कमजोरी को दूर किया जा सकता है। इसमें कई सारे ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो एक स्वस्थ शरीर को लिए बेहद जरूरी होते हैं। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। भीगे हुए काले चने खाने से दिमाग तेज होने के साथ ही ज्यादे वजन की भी समस्या खत्म हो सकती है।
ब्लड शुगर (Soaked black gram to control blood sugar)
डायबिटीज के मरीजों को सुबह भीगे हुए काले चने खाने चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। एक शोध की मानें तो भीगे हुए काले चने में स्टार्च के साथ एमिलेज नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो खून में शुगर के मिलने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। साथ ही कुछ हद तक इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाने का भी काम करता है। ऐसे में टाइप-2 डायबिटीज से ग्रस्त रोगियों के ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
पाचन (Soaked black gram is helpful in digestion)
भीगे हुए काले चने में फाइबर मौजूद होता है, जो पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम कर सकता है। साथ ही यह मलत्याग की प्रक्रिया को आसान बनाने में भी सहायक है।
वजन (Weight loss by eating soaked black gram)
चने में फाइबर और प्रोटीन पाया जाता है। भीगे हुए काले चने में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो, बढ़ते हुए वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
हृदय स्वास्थ्य को बनाए और कोलेस्ट्रोल कम करे (Black gram maintains heart health and reduces cholesterol)
कोलेस्ट्रोल की अधिकता हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानी जाती है। ऐसे में बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल को कम कर हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भी काला चना उपयोगी साबित हो सकता है।
भीगे हुए काले चने खाने के अन्य फायदे (Other benefits of eating soaked black gram)
भीगे हुए काले चने खाने से शरीर को प्रोटीन और आयरन प्रचुर मात्रा में मिल सकता हैं। आपके शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर सही बना रह सकता है।
काले चने में फाइबर की मात्रा काफी पाई जाती है। यह शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालकर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। नियमित रूप से खाएं तो कब्ज की शिकायत बहुत जल्द दूर हो सकती है।
काले चने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स रक्त वाहिका को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ शरीर में रक्त के थक्के को बनने से रोकता है।
काले चने में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट शरीर में फैट नहीं बनने देता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।