भारतीय पुरुष टीम इससे पहले 33 सालो तक FIH के किसी भी बड़े टूर्नामेंट को जीतने में नाकाम रही थी।लेकिन 2015 विश्व हॉकी लीग में नीदरलैंड को कांटे के मुकाबले में हरा कर कांस्य पदक जीता और हार के सूखे को ख़त्म किया। डच टीम शुरुआत में 2 गोल की बढत के साथ आगे चल रही थी, लेकिन भारतीय टीम ने अपनी लड़ाई जारी राखी और मैच के रेगुलेशन टाइम के अंत होने तक भारतीय टीम ने वापसी की और मैच 5-5 की बराबरी पर ला खड़ा किया पेनल्टी शूट आउट में श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जेरोएन हेर्त्ज़बज़नेर, मिरक प्रूइज्ज़र और वॉलेटिन वेर्गा को गलती करने पर मजबूर किया और गोल बचाय। भारत की तरफ से शानदार प्रदर्शन करते हुए बिरेन्द्र लाकरा,सरदारा सिंह और मनप्रीत सिंह ने गोल किए और भारत की जीत पक्की कर दी।जोश से भरी इस टीम ने कांस्य पदक भारत की झोली में दाल दिया।