मुंबई की टीम 1-2 से पीछे चल रही थी लेकिन फुच ने अंतिम मिनट में फील्ड गोल कर मुंबई की जीत दिलाई। गौरतलब है कि एचआईएल में एक फील्ड गोल को दो गोल माना जाता है। मुंबई की टीम पहले ही सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है। दिल्ली की टीम अभी भी सेमीफाइनल में जगह पाने की जद्दोजहद में लगी हुई है। वह अंक तालिका में 16 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है। दिल्ली की नजरें अपने घर में लागातर तीसरी जीत दर्ज करने पर थीं। उसे गोल करने का पहला मौका भी मिला, लेकिन पेनाल्टी कॉर्नर को वह गोल में नहीं बदल सकी। दिल्ली को आक्रमण करने का फायदा हुआ और इसी बीच उसे एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला लेकिन संता सिंह चूक गए और मेजबान के हाथों से बढ़त लेने का एक और मौका चला गया। पहले क्वार्टर के अंत में मेहमान टीम ने लगभग गोल कर ही दिया था लेकिन दिल्ली की रक्षापंक्ति ने उसके हाथ से यह मौका छीन लिया। दूसरे क्वार्टर में दिल्ली ने अपना आक्रामक खेल जारी रखा और दो मौके बनाए लेकिन मुंबई के गोलकीपर हार्टे ने मैन्युएल ब्रूनेट और तलविंदर सिंह के शॉट को रोक लिया। मुंबई ने काउंटर अटैक किया और उसके हिस्से पेनाल्टी कॉर्नर आया जिसे ग्रोवर ने गोल में बदल कर मुंबई को 1-0 से आगे कर दिया। एक गोल से पीछे होने के बाद मेजबान ने मुंबई पर हमले किए और तीन पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन यह तीनों मौके जाया गए। इस हाफ में दिल्ली को दो ग्रीन कार्ड मिले। तीसरे क्वार्टर में मेजबान टीम काफी प्रयासों के बाद अपना खाता खोलने में सफल रही। क्वार्टर के अंत में 44वें मिनट में मनदीप सिंह ने रिवर्स शॉट मारते हुए गेंद को नेट में डाला और दिल्ली को 2-1 से आगे कर दिया। इसके बाद दिल्ली को दो और मौके मिले लेकिन वह सफल नहीं हो सकी। अंतिम 10 मिनट में मुंबई की टीम बढ़त हासिल करने के लिए संघर्ष करती दिखी। मैच खत्म होने में जब 25 सेकेंड बाकी थे तभी फुच ने हरमनप्रीत सिंह के पास को गोलपोस्ट की दिशा दिखाते हुए टीम को जीत दिलाई। --आईएएनएस