लंदन में खेले गए 14वें महिला विश्व कप के फाइनल में नीदरलैंड्स ने आयरलैंड को 6-0 से बुरी तरह हराकर रिकॉर्ड आठवीं बार खिताब पर कब्ज़ा किया। नीदरलैंड्स ने इससे पहले 1974, 1978, 1983, 1986, 1990, 2006 और 2014 में खिताब जीता था। नीदरलैंड्स के अलावा ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और पश्चिमी जर्मनी ने दो-दो बार महिला विश्व कप का खिताब जीता है। गौरतलब है कि आयरलैंड की टीम पहली बार महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। स्पेन ने ऑस्ट्रेलिया को 3-1 से हराकर तीसरे स्थान पर कब्ज़ा किया, जो उनका आज तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय टीम क्वार्टरफाइनल में आयरलैंड के हाथों हारकर बाहर हो गई थी। अपने खिताब का बचाव करने उतरी नीदरलैंड्स की टीम ने आयरलैंड को कोई मौका नहीं दिया और मैच के पहले 34 मिनटों में 6 गोल करके फाइनल को एकतरफा कर दिया। नीदरलैंड्स की तरफ से लिडेवीज वेलटेन ने सातवें, केली योंकर ने 19वें, किटी वैन मेल ने 28वें, मलु फेनिन्क्स ने 30वें, मार्लोस कीटल्स ने 32वें और काया वैन मासाक्कर ने 34वें मिनट में गोल करके टीम को जबरदस्त जीत दिलाई। ग्रुप स्टेज में अपने सभी मैच जीतने वाली नीदरलैंड्स ने क्वार्टरफाइनल में इंग्लैंड को 2-0 से और सेमीफाइनल में 1-1 के ड्रॉ के बाद ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी में 3-1 से हराया था। आयरलैंड ने ग्रुप स्टेज में भारत और यूएसए को हराने के बाद क्वार्टरफाइनल में फिर से भारत को पेनल्टी में 3-1 और सेमीफाइनल में स्पेन को फिर से पेनल्टी में 3-2 से हराया था। नीदरलैंड्स की लिडेवीज वेलटेन को प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट और आयरलैंड की आयेशा मैकफेरान को गोलकीपर ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया। अर्जेंटीना की लूसिना वॉन डर हेयडे को सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुना गया। नीदरलैंड्स की किटी वैन मेल ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 8 गोल किये।