महिला हॉकी विश्व कप : सेमीफाइनल में नीदरलैंड्स का सामना ऑस्ट्रेलिया से, जर्मनी से खेलेगा अर्जेंटीना 

नीदरलैंड्स की टीम 8 बार जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम 2 बार विश्व कप जीत चुकी हैं।
नीदरलैंड्स की टीम 8 बार जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम 2 बार विश्व कप जीत चुकी हैं।

गत विजेता और मौजूदा ओलंपिक चैंपियन नीदरलैंड्स की महिला हॉकी टीम FIH हॉकी विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में आज ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगी जबकि दूसरे सेमीफाइनल में शुक्रवार को अर्जेंटीना का सामना जर्मनी से होगा। हॉकी की इन चारों टॉप टीमों को सेमीफाइनल में देखने के लिए फैंस बेताब हैं। दोनों सेमीफाइनल स्पेन के तेर्रासा में खेले जाएंगे। खास बात ये है कि ये चारों टीमें पहले विश्व कप जीत चुकी हैं।

पहले सेमीफाइनल में गुरुवार को 8 बार की विश्व विजेता 2 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने को तैयार है। पूरे टूर्नामेंट में दोनों ही टीमों ने एक भी मुकाबला नहीं गंवाया है। नीदरलैंड्स ने पूल मुकाबलों में पिछली बार की उपविजेता आयरलैंड, 2 बार की चैंपियन जर्मनी और चिली को हराकर पूल टॉप किया था और फिर क्वार्टरफाइनल में बेल्जियम के खिलाफ जीत दर्ज कर अंतिम 4 में स्थान पक्का किया। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पूल डी में रहते हुए बेल्जियम, दक्षिण अफ्रीका और जापान के खिलाफ जीत दर्ज की और क्वार्टरफाइनल में स्पेन को हराकर सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया है।

दोनों ही टीमों का अटैक इनकी मजबूती है और ऐसे में ये सेमीफाइनल मुकाबला बराबरी का होने की पूरी संभावना है। हालांकि कागजी आंकड़ों पर नीदरलैंड्स की टीम ऑस्ट्रेलिया पर थोड़ी हावी दिखाई देती है। नीदरलैंड्स जहां विश्व नंबर 1 टीम है वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम फिलहाल नंबर 3 पर है। दोनों टीमों के बीच आज तक हुए 54 मैचों में से 35 में नीदरलैंड्स ने जीत दर्ज की है जबकि 15 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बाजी मारी है।

पूर्व विजेताओं की टक्कर में जर्मनी बनाम अर्जेंटीना

जर्मनी और अर्जेंटीना ने 2-2 बार महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है। साल 1976 और 1981 में बतौर वेस्ट जर्मनी टीम ने खिताब जीते, जबकि विश्व नंबर 2 अर्जेंटीना ने साल 2002 और 2010 में ये खिताब जीता। लेकिन फिलहाल अर्जेंटीना जीत की प्रबल दावेदार है क्योंकि दोनों टीमों के बीच हुए पिछले 5 मुकाबलों में से 3 मैच अर्जेंटीना ने जीते हैं जबकि जर्मनी को एक में ही जीत मिली है। अर्जेंटीना की टीम ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक का सिल्वर मेडल जीता था और हाल ही में FIH प्रो हॉकी लीग भी अपने नाम की।