अर्जेंटीना दौरे से विश्वास मिला, लेकिन जर्मनी के खिलाफ मुकाबलों से भारत की टोक्यो ओलंपिक्स तैयारियों को ज्यादा बल मिलेगा। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने दुनिया की नंबर-3 के खिलाफ सीरीज के पहले मुकाबले की पूर्व संध्या पर यह बातें कहीं। अर्जेंटीना के सफल दौरे के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम 2021 के अपने दूसरे दौरे के लिए तैयार है, जहां शनिवार से उसे जर्मनी के खिलाफ चार मैचों की सीरीज खेलनी है। 18 सदस्यीय भारतीय टीम ने पिछले महीने अर्जेंटीना में सात मैच खेले थे और वह जर्मनी का सामना करने को तैयार है।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा, 'अर्जेंटीना दौरे से हमें विश्वास हासिल करने में मदद मिली। यह एक के बाद एक दौरे हमारे लिए सुनहरे मौके की तरह है। हम टोक्यो ओलंपिक्स से कुछ महीने दूर हैं और शीर्ष टीमों के खिलाफ यह मुकाबले हमें गलतियां पता करने और गेम्स से पहले लय हासिल करने में मददगार साबित होंगे।'
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा कि जर्मनी के खिलाफ मुकाबले में खेल के हर पहलु का परीक्षण होगा। रानी रामपाल ने कहा, 'यह अर्जेंटीना दौरे से बिलकुल अलग अनुभव रहने वाला है। हमारी शैली से लेकर फिटनेस स्तर तक सभी चीजों का परीक्षण होगा। एक टीम के रूप में हम भी यही चाहते हैं। यह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण दौरा होने वाला है। हम एक के बाद एक मुकाबले खेलेंगे।'
रानी रामपाल ने आगे कहा, 'हमारी प्राथमिकता फिलहाल के लिए यह है कि हम प्रतिस्पर्धी मानसिकता में लौटे। जर्मनी जैसी शीर्ष टीम के खिलाफ खेलने का अनुभव हमारी ओलंपिक गेम्स की तैयारी में इजाफा करेगा।' सीरीज का दूसरा मुकाबला रविवार को खेला जाएगा और इसके बाद आखिरी दो मुकाबले 2 और 3 मार्च को खेले जाएंगे।
ज्यादा से ज्यादा ओलंपिक्स खेलना चाहती हैं बीचू
वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम की युवा गोलकीपर बीचू देवी खरिबम को उम्मीद है कि वह कई ओलंपिक्स में भारतीय टीम का हिस्सा बनी रहेंगी। बीचू ने बताया कि उन्हें सविता और राजानी से काफी मदद मिली। बीचू ने कहा, 'सविता दीदी और राजानी ने मेरी काफी मदद की। मैंने उनसे अपने संदेह के बारे में बातें की और वह मेरी मदद करके ज्यादा खुश हैं। वो तो मुझसे अपनी कमजोरी के बारे में पूछती हैं और जानना चाहती हैं कि कैसे इन खामियों को दूर करें जबकि सीनियर स्तर पर मैं तो नई खिलाड़ी हूं। वो मेरे साथ बहन और दोस्तों जैसा व्यवहार करती हैं। वह मुझे काफी प्यार देती हैं और मैं इन लोगों की काफी इज्जत करती हूं।'
युवा बीचू के लिए टोक्यो ओलंपिक्स में खेलना सिर्फ शुरूआत है। उन्होंने भविष्य के लिए अपनी योजना तैयार कर रखी है। बीचू ने कहा, 'कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियाई गेम्स और ज्यादा से ज्यादा ओलंपिक्स में खेलना चाहती हूं।'