अपने भारतीय ओलंपियन को जानें: सरदार सिंह (हॉकी)

भारतीय हॉकी टीम सन 1980 में मास्को में स्वर्ण पदक जीतने के बाद से अपने पहले ओलंपिक पदक की तलाश में है। इस बार टीम ने सरदार सिंह की कप्तानी में रियो का टिकट हासिल किया है। हालाँकि ओलंपिक में टीम की कमान श्रीजेश के हाथ में होगी। बीते कुछ दशक में देश के इस राष्ट्रीय खेल का बहुत ही बुरा हाल रहा है। दो दशकों में अगर देखा जाये तो टीम बुरी तरह से असफल रही है। वहीं साल 2004 में एथेंस में टीम क्वालीफाई ही नहीं कर पायी थी। जिसके बाद बीजिंग में टीम अंतिम स्थान पर थी। हालाँकि बीते दिनों डच कोच रोनाल्ड ओल्ट्मस के कार्यकाल में टीम के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। हाल ही में टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्राफी में रजत पदक जीता है। रियो ओलंपिक में भारतीय टीम के अच्छे प्रदर्शन में सरदार सिंह का अहम योगदान होगा। उनकी उम्र इस वक्त 36 साल है और लोगों उनसे उम्मीद है कि इस बार ओलंपिक में पदक का सूखा खत्म होगा। यहाँ हम आपको सरदार सिंह के बारे में 10 बातें बता रहे हैं: #1 सरदार सिंह का जन्म 15 जुलाई 1986 को रनिया हरियाणा में हुआ था। #2 टीम इंडिया में वह सेंटर-हाफ में खेलते हैं। #3 सरदार सिंह साल 2008 में 22 बरस की उम्र में सुल्तान अजलान शाह कप में भारतीय टीम के सबसे युवा कप्तान बनाये गये थे। #4 साल 2015 में इस हरियाणवी को देश का चौथा सबसे सम्मानित पुरस्कार पद्म्मश्री मिला था। #5 हरियाणा पुलिस में वह डिप्टी सुपरिन्टेन्डेन्ट पुलिस अधिकारी हैं, जो उनकी टीम की तरफ से खेलते भी हैं। #6 हॉकी इंडिया लीग के पहले संस्करण में सरदार सिंह बतौर मार्की प्लेयर सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे। उन्हें दिल्ली ने 42.49 लाख रुपये में खरीदा था। साथ ही वह प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट भी रहे थे। #7 सरदार ने 243 मैचों में 15 गोल भारत के लिए किए हैं। जिसकी वजह से वह टीम के सबसे बढे खिलाड़ी भी हैं। #8 साल 2012 के समर ओलंपिक में भी वह प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट रहे थे। भारत ने यहाँ स्वर्ण पदक भी जीता था। #9 29 साल की उम्र में सरदार सिंह सुल्तान अजलान शाह कप में दो बार प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट बने थे। पहला 2010 में जब टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। दूसरा जब टीम 2012 में कांस्य जीतने में कामयाब हुई थी। #10 दिल्ली में हुए साल 2010 और ग्लासगो में 2014 में हुए कामनवेल्थ खेलों में रजत पदक जीतने वाली टीम के भी कप्तान सरदार सिंह थे।