कोविड-19 के खतरे को याद करके सुरेंदर कुमार बोले- 'मन में था कि मैं ही क्‍यों?'

सुरेंदर कुमार
सुरेंदर कुमार

7 अगस्‍त को खिलाड़‍ियों के राष्‍ट्रीय पुरुष हॉकी टीम में वापसी करने के उत्‍साह को जोरदार धक्‍का लगा जब 6 खिलाड़ी कोविड-19 टेस्‍ट में पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें से एक थे डिफेंडर सुरेंदर कुमार। 26 साल के सुरेंदर कुमार ने 10 दिन अस्‍पताल में बिताने के बाद साई के दक्षिण सेंटर में वापसी की और फिर तीन दिन के बाद दोबारा अस्‍पताल में भर्ती हुए। हरियाणा के खिलाड़ी सुरेंदर कुमार के शरीर में खून के थक्‍के जम गए थे, जिसकी वजह से उन्‍हें कोविड-19 से ठीक होने में समय लग गया। भारत के लिए 133 मैच खेल चुके सुरेंदर कुमार तब से ठीक होने में जुटे हैं और उन्‍होंने खेल गतिविधियां शुरू कर दी हैं।

जब कोविड-19 टेस्‍ट में पॉजिटिव पाए गए थे, उस समय को याद करते हुए सुरेंदर कुमार ने कहा, 'वह बहुत कड़ा समय था। पहले कुछ दिन तो यही मन में था कि आखिर मैं क्‍यों? मगर तब तो महामारी ने दुनियाभर में लोगों को प्रभावित किया था और हम आभारी हैं कि हॉकी ने हमें सुविधाएं उपलब्‍ध कराईं। हॉकी इंडिया और साई ने बहुत समर्थन किया और भरोसा दिलाया कि हमें सर्वश्रेष्‍ठ सुविधा मिल सकें।' दो बार अस्‍पताल में भर्ती होने के बारे में बात करते हुए सुरेंदर कुमार ने बताया कि उन्‍होंने अपने खेल का विश्‍लेषण किया।

सुरेंदर कुमार ने ऐसे खुद को बदला

भारतीय डिफेंडर सुरेंदर कुमार ने कहा, 'मैंने अपने आप को अस्‍पताल के सुपुर्द कर दिया था। फिल्‍में देखी, गेम्‍स खेले और अपने परिवार से बातचीत की। ज्‍यादा जरूरी बात यह रही कि मुझे अपने खेल का विश्‍लेषण करने का मौका मिला। अच्‍छे मैच जो मैंने देखे, उससे विश्‍वास मिला और अपनी कमियों के बारे में भी पता चला, जिसे दूर करना है। मुझे काफी कुछ सीखने को मिला और अब मुझे उन पर काम करके बेहतर खिलाड़ी बनने की जरूरत है।'

सुरेंदर कुमार ने कहा कि पिच पर धीमी वापसी की क्‍योंकि नए नियमों को प्राथमिकता के रूप में अपनाने की जरूरत थी। सुरेंदर कुमार ने कहा, 'मैं पिच पर लौटने को लेकर बहुत खुश था। हमने धीमी शुरूआत की। मैंने एडजस्‍ट होने के लिए दो से तीन दिन का समय लिया। ऐसा भी समय रहा जब‍ मेरा हार्ट रेट ऊपर गया, ऐसा इसलिए भी क्‍योंकि काफी लंबा ब्रेक हो गया था। मगर अब हम पिच पर एक्‍शन के लिए लौट चुके हैं। ट्रेनिंग के मामले में काफी कुछ बदल गया है। हम छोटे समूह में पिच पर जाते हैं, जिससे हमें मैदान पर ज्‍यादा जगह मिलती है।'

सुरेंदर कुमार अपने टैकलिंग और हिटिंग पर काम करना चाहते हैं। उनका पूरा ध्‍यान दोबारा स्थिति पर है, लेकिन इसके लिए सुरेंदर कुमार को अगले साल तक इंतजार करना पड़ेगा। भारत अब अगले साल एफआईएच प्रो लीग में हिस्‍सा लेगा, जिसकी शुरूआत अप्रैल महीने में होगी।