तबाबी देवी ने जुडो से बनाई दूरी, कोच हुए निराश

तबाबी देवी
तबाबी देवी

जब युवा जुडोका थंगजाम तबाबी देवी ने दो साल पहले ब्‍यूनस आयर्स में संपन्‍न यूथ ओलंपिक्‍स में सिल्‍वर मेडल जीता था, तब कोच ने मणिपुर की एथलीट को 2024 पेरिस ओलंपिक्‍स में मेडल जीतने का दावेदार करार दिया था। अंडर-44 किग्रा वर्ग के फाइनल में पहुंचने वाली तबाबी देवी अपनी लय में नजर आ रही थी, जब पिछले साल जुलाई में एशिया-ओशियाना कैडेट चैंपियनशिप्‍स में उन्‍होंने उच्‍च वर्ग श्रेणी (अंडर-48 किग्रा) में गोल्‍ड मेडल जीता था। तब तबाबी देवी की उम्र 18 साल की थी। यूथ ओलंपिक्‍स में पोडियम पर पहुंचने वाली भारत की पहली महिला जुडोका बनने के करीब एक साल बाद तबाबी देवी ने एक ऐसा फैसला लिया, जिसने सभी कोच को निराश कर दिया। तबाबी देवी ने खेल को अपनी पीठ दिखा दी।

तबाबी देवी से जब फोन पर बात करने की कोशिश की गई, तो उन्‍होंने 'छोड़ दिया' कहकर फोन काट दिया। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के जुडो कोच चिंग के हुईरेम, जो इम्‍फाल में हैं। उन्‍होंने बताया कि तबाबी देवी जनवरी से अभ्‍यास नहीं कर रही हैं। हुईरेम ने कहा, 'मुझे लगता है कि तबाबी देवी का इस समय खेल से रूचि हट गई है। मैंने तबाबी देवी को मनाने की कोशिश की, लेकिन यह नाकाम रही।' हुईरेम ने तबाबी देवी को जुडो में युवा उम्र से आगे बढ़ते हुए देखा है। जुडो कोच ने बताया, 'तबाबी देवी ने अपने लंबे समय के दोस्‍त हेरोजीत से इस साल की शुरूआत में शादी की और ट्रेनिंग पर जल्‍द लौटने की कोई उम्‍मीद नहीं है।'

तबाबी देवी के लौटने का इंतजार

तबाबी देवी का नाम उन 11 जुडोकाओं की लिस्‍ट में शामिल था, जिन्‍हें साई के विकसित प्रोग्राम का हिस्‍सा बनना था। इन एथलीटों को पेरिस गेम्‍स के लिए तैयार किया था। तबाबी देवी ने अपनी आखिरी प्रमुख प्रतियोगिता सितंबर 2019 में अल्‍माटी वर्ल्‍ड कैडेट चैंपियनशिप्‍स खेली थी, जहां वो पहले ही दौर में हार गई थीं। 2017 में तबाबी देवी को जेएसडब्‍ल्‍यू के जूनियर डेवलपमेंट प्रोग्राम में रखा गया था। तब तबाबी देवी को कर्नाटक के इंस्‍पायर इंस्‍टीट्यूट ऑफ स्‍पोर्ट्स में ट्रेनिंग करनी थी।

पूर्व राष्‍ट्रीय कोच जीवन शर्मा निजी सुविधा में पूरी ट्रेनिंग पर ध्‍यान देते हैं। जीवन शर्मा ने तबाबी देवी के बारे में बात करते हुए कहा, 'वह मार्च में लॉकडाउन से पहले अपने घर गई थी। तबाबी देवी अब तक लौटी नहीं हैं।' शर्मा ने कहा कि तबाबी देवी से भविष्‍य में बहुत उम्‍मीदे हैं, लेकिन उनके समझ नहीं आ रहा है कि वो इसे जारी क्‍यों नहीं रखना चाहती। तबाबी देवी ने यूथ ओलंपिक्‍स में धमाकेदार प्रदर्शन करने के बाद जापान की यूको तमुरा को अपना आदर्श बताया था। शर्मा ने कहा, 'मैंने तबाबी देवी को मनाने की कोशिश की है कि अभी ब्रेक ले लें और फिर वापसी करें। हम इंतजार कर रहे हैं, लेकिन वो वापस नहीं आई।'

तबाबी देवी की वापसी के लिए बड़े-बड़े प्रयास

तबाबी देवी को मैट पर वापस बुलाने के लिए हुईरेम ने कहा कि जेएसडब्‍ल्‍यू ने उनके पति को नौकरी देने का प्रस्‍ताव भी रखा। बता दें कि तबाबी देवी के पति इम्‍फाल के करीब गांव में स्‍थानीय जुडोका को कोचिंग देते हैं। मगर उन्‍होंने इस प्रस्‍ताव को ठुकरा दिया। हुईरेम ने कहा- हम उम्‍मीद कर रहे हैं कि तबाबी देवी अपना मन बदल ले। तबाबी देवी के साथ अर्जेंटीना में यूथ गेम्‍स के दौरान साथ ही हुईरेम ने कहा कि देवी को बाद में शायद एहसास हो कि आगे की राह खेल है और उसे अपना टैलेंट बर्बाद नहीं करना चाहिए। उन्‍होंने कहा, 'मैं शर्त लगाने को तैयार हूं कि अगर तबाबी देवी अगले भार वर्ग में भी जाती हैं, तो वहां भी चैंपियन बनेंगी।'