PKL Coaches Who Were Released : प्रो कबड्डी लीग के आगामी सीजन में अभी काफी वक्त है। हालांकि टीमों की तैयारियां अभी से शुरु हो गई हैं। कई सारी टीमों ने सबसे पहले अपने कोचिंग स्टाफ में ही बदलाव किया है। इसकी वजह यह है कि अगर अभी से नए कोच की नियुक्ति नहीं की गई तो फिर वो पूरे साल एक्टिव रहकर टीम तैयार नहीं कर पाएंगे। इसी वजह से कई सारी टीमों के कोच बदल दिए गए हैं या फिर हटा दिए गए हैं। इनमें से कुछ टीमों का अपने कोच को हटाने का फैसला सही है तो कुछ टीमों का फैसला गलत है।
हम आपको उन टीमों के बारे में बताते हैं जिन्होंने अपने कोच को हटाकर सही फैसला लिया और इसका फायदा उन्हें आगे हो सकता है।
3.बेंगलुरू बुल्स - रणधीर सिंह सेहरावत
रणधीर सिंह सेहरावत प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन से ही बेंगलुरू बुल्स के कोच थे। वो पीकेएल के एकमात्र ऐसे कोच हैं जो लगातार 11 सीजन तक एक ही टीम के कोच रहे। हालांकि वो इस दौरान बुल्स को मात्र एक ही टाइटल जिता पाए। इसके अलावा पिछले कुछ सीजन से वो उस तरह की टीम नहीं बना पा रहे थे जो टाइटल जीत सके। बुल्स की टीम कोई बहुत ज्यादा आगे नहीं जा पा रही थी। इसी वजह से उन्हें रिलीज करना सही फैसला हो सकता है।
2.तमिल थलाइवाज - धर्मराज चेरालाथन और उदय कुमार
तमिल थलाइवाज ने खराब प्रदर्शन के बाद अपने हेड कोच जे उदय कुमार और स्ट्रैटजी कोच धर्मराज चेरालाथन को हटा दिया। इन दोनों की कोचिंग में टीम का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा था। ऑक्शन के दौरान चेरालाथन ने सचिन तंवर जैसे खिलाड़ी के लिए 2 करोड़ से ज्यादा रूपए खर्च कर दिए थे लेकिन टूर्नामेंट में इसका कोई फायदा नहीं हुआ और टीम प्लेऑफ के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई। ऐसे में इन्हें हटाना एक बेहतरीन मूव हो सकता है।
1.गुजरात जायंट्स - राम मेहर सिंह
गुजरात जायंट्स ने पीकेएल के 11वें सीजन के लीग स्टेज के आखिरी दिन यह ऐलान किया था कि दिग्गज कोच राम मेहर सिंह का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है और उन्हें रिलीज कर दिया गया है। राम मेहर सिंह को सबसे पहले गुजरात जायंट्स का कोच सीजन 9 में बनाया गया था और तीन सीजन में वो सिर्फ एक बार ही टीम को प्लेऑफ तक लेकर गए। सीजन 10 में वो टॉप 6 में पहुंचे थे और एलिमिनेटर में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। वहीं 11वें सीजन के दौरान टीम 11वें पायदान पर रही थी। इसी वजह से उन्हें रिलीज कर दिया गया।