Asian Games 2023: भारतीय मेंस टीम 19वें एशियाई खेलों (Asian Games 2023) में अपने अभियान की शुरुआत 3 अक्टूबर और विमेंस टीम 3 अक्टूबर को करने वाली है। इस बीच दिग्गज कोच राम मेहर सिंह (Ram Mehar Singh) ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि भारतीय कबड्डी टीम (Indian Kabaddi Team) गोल्ड मेडल जरूर जीतेगी।राम मेहर सिंह ने Asian Games 2023 के लिए चुनी गई भारतीय टीम को लेकर कहा,"भारतीय मेंस टीम काफी ज्यादा मजबूत है और मेरे हिसाब से हमने काफी मजबूत टीम का चयन किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि भारतीय कबड्डी टीम गोल्ड मेडल जरूर जीतेगी।" View this post on Instagram Instagram Postभारतीय मेंस को टीम को अपना पहला मुकाबला 3 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ खेलना है। इसके बाद टीम 4 अक्टूबर को थाईलैंड और 5 अक्टूबर को चीनी ताइपे और जापान के खिलाफ अपने लीग स्टेज के मुकाबले खेलने वाली हैं। विमेंस टीम की बात की जाए वो 2 अक्टूबर को चीनी ताइपे, 3 अक्टूबर को साउथ कोरिया और 4 अक्टूबर को थाईलैंड के खिलाफ अपने लीग स्टेज के मुकाबले खेलने वाली हैं।भारतीय विमेंस टीम की बात करते हुए दो बार की एशियम गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट ममता पुजारी ने कहा,"पिछले कुछ सालों में ईरान की टीम ने कबड्डी में काफी डॉमिनेट किया है, लेकिन मुझे विश्वास और उम्मीद दोनों है कि भारतीय टीम (मेंस और विमेंस) पिछले Asian Games की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते हुए इस बार स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब होंगी। यह खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा मंच है और यहां अच्छा करते हुए खिलाड़ी अपना नाम बना सकते हैं। एक खिलाड़ी जब अच्छा करता है और इतने बड़े स्टेज पर मेडल जीतता है, तो उनके ऊपर भविष्य में भी अच्छा करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी आ जाती है। इससे खिलाड़ी के प्रदर्शन में और सुधार भी आता है। एशियाई खेलों से बड़ा स्टेज हमारे खिलाड़ियों के लिए और कोई नहीं हो सकता।" View this post on Instagram Instagram Postभारतीय मेंस टीम ने 1990 से लेकर 2018 तक सात बार गोल्ड मेडल और एक बार कांस्य पदक जीता है। विमेंस टीम की बात की जाए, तो उन्होंने अभी तक दो बार गोल्ड और एक बार रजत पदक जीता है। 2018 में मेंस और विमेंस दोनों टीमें पहली बार स्वर्ण पदक जीतने के चूक गई थी और इसी वजह से उनसे इस बार गोल्ड की ही उम्मीद कर रहा है।PKL के कारण कबड्डी को काफी ज्यादा फायदा हुआ है: राम मेहर सिंहआपको बता दें कि राम मेहर सिंह के पास कबड्डी काफी ज्यादा अनुभव है और साथ ही PKL से भी वो काफी समय से जुड़े हुए हैं। यहां तक PKL के 5वें सीजन में पटना पाइरेट्स ने उनकी कोचिंग के अंडर ही खिताबी जीत दर्ज की थी। मौजदूा समय में वो गुजरात जायंट्स के हेड कोच हैं। दिग्गज कोच ने PKL के इम्पैक्ट को लेकर कहा,"कबड्डी को PKL के कारण काफी ज्यादा फायदा हुआ है। पहले जब मैं भारतीय कप्तान था तो कबड्डी इतना लोकप्रिय नहीं था और अब मैं क्रिकेट के बाद दूसरा सबसे बड़ा खेल हैं। PKL के कारण सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में कबड्डी में इसकी छाप देखने को मिली है।"