भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी अनूप कुमार ने आज कोर्ट से ही संन्यान का ऐलान कर दिया है। अनूप कुमार प्रो कबड्डी लीग के मौजूदा सीजन में जयपुर पिंक पैंथर्स की कप्तानी कर रहे हैं और गुजरात फॉर्च्यूनजायंट्स के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पहले उन्होंने इस बात की घोषणा की।
अनूप कुमार की कप्तानी में इस सीजन में जयपुर का प्रदर्शन इतना प्रभावशाली नहीं रहा और टीम पहले ही प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। इसके अलावा अनूप कुमार पिछले कुछ मुकाबलों में खेलते हुए नजर भी नहीं आए।
अनूप कुमार ने साल 2006 में हुए साउथ एशियन गेम्स में अपना डेब्यू किया था, जहां भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। वो 2010 एवं 2014 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे थे। इसके अलावा अनूप कुमार की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2016 में हुए कबड्डी विश्वकप में भी शानदार जीत दर्ज की थी औऱ 2016 में ही हुए साउथ एशियन गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीता था। उन्हें साल 2012 में अर्जुना अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
भारतीय कबड्डी टीम के अलावा अनूप कुमार का प्रदर्शन प्रो कबड्डी लीग में भी शानदार रहा है। वो पहले 5 सीजन में यू-मुंबा के कप्तान रहे, जहां पहले तीन सीजन में टीम का प्रदर्शन बेहतरीन रहा और दूसरे सीजन में उन्होंने अपनी टीम को खिताब भी दिलाया था। इसके अलावा 2014 में हुए पीकेएल में उन्हें सबसे मूल्यवान खिलाड़ी का अवॉर्ड भी मिला था।
अनूप कुमार को बोनस का बादशाह भी कहा जाता है। वैसे तो वो एक प्रमुख रेडर हैं, लेकिन उनका डिफेंस में भी काफी योगदान रहता है। वो अपने शांत स्वभाव से खिलाड़ियों से बात करते हैं और डिफेंस को चलाते रहते हैं। अनूप की इसी खूबी के कारण उन्हें काफी पसंद भी किया जाता और हर एक युवा खिलाड़ी उनके साथ खेलना चाहता है, क्योंकि उनसे काफी कुछ सीखने मिलता है।
कैप्टन कूल के नाम से मशहूर अनूप कुमार ने प्रो कबड्डी लीग में 91 मुकाबलों में 596 पॉइंट हासिल किए हैं, जिसमें 527 पॉइंट रेड के हैं और 69 पॉइंट रेड के हैं।
इस सीजन में हुई नीलामी में जयपुर पिंक पैंथर्स ने उन्हें 30 लाख रूपये में खरीदा था और उन्हें टीम का कप्तान भी बनाया। हालांकि इस सीजन में उनका और टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। इस बीच जयपुर की टीम प्ले ऑफ की दौड़ से भी बाहर हो गई हैं। जयपुर पिंक पैंथर्स इस समय पंचकुला में अपने होम लेग के मुकाबले खेल रहे हैं।
निश्चित ही अनूप कुमार बहुत से युवा खिलाड़ियों के रोल मॉडल हैं और उनके जैसे खिलाड़ियों की कमी इस खेल में हमेशा ही खलेगी।