PKL 10: प्रो कबड्डी (Pro Kabaddi 2023) के 10वें सीजन (PKL 10) के शुरू होने से पहले यूपी योद्धाज (UP Yoddhas) से काफी उम्मीद की जा रही थी और उनकी टीम को देखते हुए ऐसा कहा जा रहा था कि इस बार वो आखिरकार टाइटल का सूखा समाप्त कर सकते हैं, लेकिन आधा टूर्नामेंट खत्म होने के बाद कहानी एकदम अलग दिखाई दे रही है।
यूपी योद्धाज ने PKL 10 के लिए अपने मुख्य खिलाड़ियों को रिटेन किया था और इसी वजह से ऑक्शन में उन्हें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी थी। उन्होंने विजय मलिक को खरीदते हुए अपनी टीम को मजबूती दी। एक तरफ टीम के पास रेडिंग में कप्तान परदीप नरवाल, सुरेंदर गिल और विजय मलिक जैसे रेडर्स हैं। दूसरी तरफ डिफेंस में नितेश कुमार, सुमित सांगवान, आशु मलिक और गुरदीप डिफेंडर्स हैं।
इनमें से ज्यादातर खिलाड़ी काफी समय से एक साथ खेल रहे हैं और इसी वजह से हर कोई उनसे जबरदस्त प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा था। हालांकि, 13 मैचों के बाद टीम सिर्फ तीन मुकाबले ही जीतने में कामयाब हुई है और 9 मैचों में उन्हें शिकस्त मिली है। एक मैच उन्होंने टाई खेला और 22 अंकों के साथ वो PKL 10 में अंक तालिका में 11वें स्थान पर हैं।
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि यूपी योद्धाज 5 मैच ऐसे हारी है, जिनमें हार का अंतर 7 से ज्यादा था और इसी वजह से उन्हें एक अंक भी नहीं मिला। इसी वजह से टीम की स्थिति काफी ज्यादा खराब दिखाई दे रही है और उनके ऊपर टूर्नामेंट से बाहर होने की तलवार लटक रही है। अब टीम के 9 मैच रह गए हैं और उन्हें प्ले-ऑफ में पहुंचना है तो यहां से हर मुकाबला करो या मरो वाला होने वाला है। इस आर्टिकल में हम बताने वाले हैं टूर्नामेंट में वापसी के लिए यूपी योद्धाज को PKL में क्या करना चाहिए।
#) PKL 10 में Pardeep Narwal को निरंतरता के साथ प्रदर्शन करते हुए UP Yodddhas की नैया करानी होगी पार
यूपी योद्धाज के PKL 10 में पहुंचाने की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा टीम के कप्तान परदीप नरवाल के ऊपर होने वाली है। परदीप अभी तक इस सीजन उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हुए हैं और ज्यादातर मौकों पर उन्होंने निराश ही किया। पटना पाइरेट्स और बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ मैच को छोड़ दिया जाए, जहां उन्होंने 21 और 16 रेड पॉइंट्स लिए थे उसके अलावा उनका प्रदर्शन फीका ही रहा है।
हालांकि, अभी भी समय है और परदीप नरवाल के पास काबिलियत है कि वो अपने दम पर किसी भी मुकाबले का रुख बदल सकते हैं। परदीप नरवाल को अपनी गति पर काम करना होगा और इसके साथ ही बोनस लेने का भी प्रयास करना होगा। मौजूदा समय में डुबकी किंग काफी स्लो दिखाई दे रहे हैं और उनके पास एस्केप करने के रूट ज्यादा दिखाई नहीं दे रहे हैं।
परदीप खेलने के तरीके में थोड़ा भी बदलाव करते हैं और डिफेंडर्स से एक कदम आगे निकलने में कामयाब होते हैं तो निश्चित तौर पर ज्यादा से ज्यादा रेड पॉइंट्स हासिल कर पाएंगे और टीम के लिए भी अच्छा करेंगे। इस समय सुरेंदर गिल भी चोटिल हैं और इसी वजह से रिकॉर्ड ब्रेकर की जिम्मेदारी अधिक होने वाली है और यूपी योद्धाज की नैया पार कराने का जिम्मा उनके ऊपर ही होगा।
#) PKL 10 में यूपी योद्धाज के डिफेंस को दिखाना होगा संयम
PKL 10 के शुरूआती कुछ मैचों में यूपी के डिफेंस ने काफी अच्छा खेल दिखाया था और ऐसा लग रहा था कि यह टीम की सबसे बड़ी मजबूती रहेगी, लेकिन जैसे-जैसे आगे बढ़ा टीम के डिफेंस का प्रदर्शन गिरता रहा। सुमित सांगवान को छोड़कर दूसरे डिफेंडर्स ने निराश ही किया। टीम के सबसे अनुभवी डिफेंडर नितेश कुमार बीच-बीच में अच्छा कर रहे हैं, लेकिन उनके प्रदर्शन में भी निरंतरता की कमी दिखाई दे रही है।
यूपी का डिफेंस अपनी प्रतिद्वंदियों के ऊपर शुरुआत से दबाव बनाने में नाकाम रहा और गलत समय पर किए गए असफल टैकल का नुकसान भी टीम को चुकाना पड़ चुका है। हाल ही में दबंग दिल्ली केसी और पुनेरी पलटन के खिलाफ टीम को डिफेंस के कारण ही जो एक पॉइंट आसानी से मिलता हुआ दिख रहा था वो नहीं मिला। इसके अलावा वो अपने स्टार रेडर्स को रिवाइव कराने में भी विफल रहे हैं। बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ भी डिफेंस ने जरूरत से ज्यादा बोनस उनके रेडर्स को लेने दिए, जिसका नुकसान यूपी को हार के साथ चुकाना पड़ा था।
निश्चित तौर पर यूपी के डिफेंस में अनुभव की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें शुरुआत से ही थोड़ा संयम दिखाना होगा और इसके अलावा असफल अटैक से बचना होगा। डिफेंस संयम दिखाने में कामयाब होता है और परदीप रेडिंग में कमाल दिखाते हैं तो निश्चित तौर यूपी चौंकाने वाला पलटवार करते हुए प्ले-ऑफ में जगह बना सकते हैं।