Pro Kabaddi League का 10वां सीजन (PKL 10) अपने चरम पर है और सभी प्रमुख टीमें टॉप 6 में अपनी जगह पक्की करने की कोशिश में लगी हुई है। 3 बार की चैंपियन पटना पाइरेट्स के लिए इस सीजन के पहले 8 हफ्ते कुछ ख़ास नहीं रहे और वह अंक तालिका में आठवें स्थान पर थे, लेकिन 26 से 31 जनवरी तक पटना में खेले गये होम लेग में उन्होंने जबरदस्त वापसी की और 4 मैचों में 2 जीत और 2 टाई के साथ वह सीधे चौथे स्थान पर पहुंच गये।
पटना लेग से पहले पटना पाइरेट्स ने अपने प्रमुख रेडर सचिन को बचे हुए सीजन के लिए कप्तान बनाया और उन्होंने अभी तक इस फैसले को सही साबित किया है। पटना लेग के बाद दिल्ली लेग में 5 फरवरी को पटना पाइरेट्स ने अंक तालिका की टॉप टीम जयपुर पिंक पैंथर्स को 36-33 से हराकर सबको चौंकाया और अपने टॉप 6 की दावेदरी को और मजबूत किया।
पटना लेग के दौरान हमने पटना पाइरेट्स के नए कप्तान सचिन से ख़ास बातचीत की और उनसे मौजूदा सीजन के अलावा उनके व्यक्तिगत जीवन से जुड़े सवाल भी पूछे, आइये नज़र डालते हैं उन्होंने इस बातचीत के दौरान क्या कहा:
Q. PKL 10 में अपने और टीम के प्रदर्शन के बारे में आपका क्या कहना है?
A. टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही और हमारा डिफेन्स एवं रेडिंग, दोनों अभी तक बढ़िया चला है। हमारे सभी डिफेंडर टीम के लिए रीढ़ की हड्डी की तरह हैं और उनके प्रदर्शन से ही टीम जीत हासिल कर पाती है। रेडिंग में पटना के संदीप भाई हैं, जो काफी अच्छा खेल रहे हैं और साथ में मंजीत भाई भी बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। मेरा प्रदर्शन भी अभी तक सही रहा है और अच्छा लगता है जब टीम के तौर पर हम लगातार जीत रहे हैं।
Q. एक खिलाड़ी के तौर पर जब आप कप्तान बनते हैं, तो उसका अतिरिक्त कितना दबाव रहता है?
A. मैं अब PKL काफी समय से खेल रहा हूँ और साथ ही मैंने जूनियर टीम की कप्तानी भी की है, तो अगर दबाव की बात करें तो उतना ज्यादा नहीं था और पटना में दर्शकों ने भी हमारा काफी समर्थन किया।
Q. आपने दो अलग टीमों के साथ 3 PKL फाइनल खेले हैं, लेकिन अभी तक एक बार भी ट्रॉफी नहीं जीती है। इस चीज़ को लेकर आपके मन में क्या चलता रहता है?
A. मेरा सपना है कि मैं PKL ट्रॉफी भी उठाऊं लेकिन अभी तक किस्मत ने साथ नहीं दिया है और फाइनल में हार का सामना करना पड़ता है। इस बार हमारी टीम अभी तक काफी अच्छा कर रही और मुझे उम्मीद है कि इस बार मेरी टीम आख़िरकार चैंपियन बनेगी।
Q. सुधाकर और संदीप इस सीजन में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। युवा रेडरों के बारे में आपके क्या विचार हैं?
A. सुधाकर और संदीप इस सीजन में काफी अच्छा कर रहे हैं और उनके प्रदर्शन से टीम को काफी फायदा मिला है। मैं उन्हें यही बोलते रहता हूँ कि अपना गेम खेलें और दिमाग में ज्यादा प्रेशर लेकर न चलें। उन्हें जो भी चीज़ बताई जाती वो उसको अच्छी तरह से फॉलो भी करते हैं।
Q. भारतीय टीम के साथ आपने 2023 में दो स्वर्ण पदक जीते, उसके बारे में आपका क्या कहना है?
A. मेरा सपना था कि मैं भारतीय टीम के लिए खेलूँ और मेरा सपना पूरा हुआ। बहुत अच्छा लगा कि भारतीय टीम ने एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता और मैं उस टीम का हिस्सा रहा। घरवालों और गाँववालों को भी काफी अच्छा लगा जब मैं मेडल लेकर आया और मेरे लिए यह बड़े गर्व की बात है।
Q. भविष्य में आपने अपने लिए और क्या लक्ष्य निर्धारित किये हैं?
A. अभी पूरी तरह से मेरा ध्यान कबड्डी पर ही है और मेरा फोकस है कि आने वाले कबड्डी वर्ल्ड कप के लिए मेरा भारतीय टीम में चयन हो और हम वहां वर्ल्ड चैंपियन बनें।
Q. PKL ने आपके जीवन को किस तरह से प्रभावित किया है?
A. PKL से हमारी ज़िन्दगी पूरी तरह से बदल गई। इसकी वजह से हमारी जो जरूरतें थी वो सभी पूरी हुई हैं। PKL में मैं अच्छा खेलने लगा तो उससे काफी तरह के बदलाव हुए और काफी फायदा भी हुआ है। बचपन में जब मैंने कबड्डी खेलना शुरू किया था तब घरवाले चाहते थे कि मैं पढाई पर ध्यान दूं, लेकिन मैं स्कूल बंक करके कबड्डी के टूर्नामेंट खेलने चला जाता था। मेरी मम्मी कहती थी कि कबड्डी को छोड़कर पढाई पर ध्यान दे लेकिन मैं उन्हें कहता था कि कबड्डी में मैं जरूर कुछ न कुछ करूंगा क्योंकि पढ़ाई में मेरा दिमाग नहीं चलता था। मेरे मामाजी को जब पता चला कि मैं अच्छा खेलता हूँ तो उन्होंने मुझे काफी सपोर्ट किया। उसके बाद जब मैं लगातार अच्छा खेलने लगा तब घरवालों ने भी पूरी तरह से सपोर्ट करना शुरू कर दिया। जूनियर टीम के लिए जब मैं जब मेडल लाकर आया तो घरवाले बहुत ज्यादा खुश हुए थे।
अंत में सचिन ने फैन्स के लिए भी सन्देश भी दिया और कहा कि ऐसे ही हमें सपोर्ट करते रहें ताकि हम इसी तरह लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहें। गौरतलब है कि सचिन ने अभी तक PKL 10 के 18 मैचों में 7 सुपर 10 की मदद से 143 रेड पॉइंट लिए हैं और टीम की जीतों में काफी अहम योगदान दिया है।