PKL में पहले 6 सीजन में बतौर खिलाड़ी और दो सीजन बतौर कोच हिस्सा लेने के बाद PKL 2022 में अनूप कुमार एक अलग किरदार में दिखाई दे रहे हैं। कैप्टन कूल इस समय कमेंट्री टीम का हिस्सा हैं और वहां पर भी वो काफी शानदार काम कर रहे हैं। यू मुंबा को दूसरे सीजन में चैंपियन बनाने वाले अनूप कुमार की गिनती लीग के सबसे सफल खिलाड़ी और कप्तानों में की जाती है।
अनूप कुमार ने हाल ही में Sportskeeda को खास इंटरव्यू दिया और इस दौरान उन्होंने अपनी ऑल-टाइम PKL 7 को भी चुना। बोनस के बादशाह ने अपनी ऑल-टाइम प्लेइंग सेवन को चुनते हुए साफ किया कि पहले सीजन में खेलने वाली यू मुंबा की टीम उनकी ऑल-टाइम टीम रहेगी।
उन्होंने कॉर्नर पर दो सबसे सफल डिफेंडर्स सुरेंदर नाडा और मोहित छिल्लर को रखा है। कवर पर उन्होंने जीवा कुमार और विशाल माने की जोड़ी को रखा है। रेडर्स के तौर पर वो खुद, शब्बीर बापू और डू और डाई रेड स्पेशलिस्ट रिशांक देवाडिगा हैं। इन 7 खिलाड़ियों ने बतौर टीम शानदार प्रदर्शन किया और PKL के पहले तीन सीजन में यह फाइनल भी खेले हैं। सीजन दो में इसी टीम ने PKL का खिताब भी जीता था।
अनूप कुमार ने कहा,
"जो टीम यू मुंबा की शुरुआत में हमारी थी, मैं उन्हीं को हमेशा खिलाना चाहूंगा। वो हमारी बेस्ट टीम थी, उसमें काफी अनुभव था और हमने उस टाइम काफी अच्छा भी किया। मैं उन्हीं 7 खिलाड़ी और कोच के साथ जाऊंगा।"
आप उनकी ऑल-टाइम प्लेइंग 7 को यहां देख सकते हैं:
रेडर्स
अनूप कुमार (कप्तान), शब्बीर बापू और रिशांक देवाडिगा।
डिफेंडर्स
जीवा कुमार, सुरेंदर नाडा, विशाल माने और मोहित छिल्लर।
आपका बता दें कि सबसे ज्यादा रेड पॉइंट्स हासिल करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में रिशांक 12वें, अनूप कुमार 17वें और शब्बीर बापू 50वें स्थान पर हैं। इसके अलावा सबसे ज्यादा टैकल पॉइंट्स हासिल करने की लिस्ट में सुरेंदर नाडा 11वें, मोहित छिल्लर 12वें, जीवा कुमार 18वें और विशाल माने 23वें स्थान पर हैं।
PKL 2022 में कमेंट्री कर रहे अनूप कुमार ने प्लेइंग 7 में विदेशी खिलाड़ियों को जगह देने को लेकर क्या कहा?
PKL में हमने देखा है कई विदेशी खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से काफी ज्यादा प्रभावित किया है। इसमें फज़ल अत्राचली, मोहम्मद नबीबक्श, जैंग कुन ली, हादी ओशतरक, मिराज शेख जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। इस बीच यह मांग जरूर उठ रही है कि प्लेइंग 7 में कम से कम एक विदेशी खिलाड़ी को जगह जरूर मिलनी चाहिए।
हालांकि अनूप कुमार इस बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं और उनका मानना है कि ऐसा करने से टीम का संतुलन बिगड़ सकता है। अनूप कुमार ने कहा,
"मैं इस बात के पक्ष में नहीं हूं, क्योंकि अभी भी उस लेवल के खिलाड़ी देखने को नहीं मिल रहे हैं और इससे टीम भी कमजोर हो जाती है। विदेशी खिलाड़ियों को प्री-कैंप मिलता है, जहां वो भारतीय खिलाड़ियों के साथ अभ्यास कर सकते हैं। उनके पास मौका होता है कि यहां अच्छा करके टीम में जगह बनाने का। स्टार्टिंग सेवन में एक भी खिलाड़ी कमजोर आ गया, तो टीम के लिए दिक्कत बढ़ सकती है। विदेशी खिलाड़ी को खिलाने के चक्कर में एक अच्छा खिलाड़ी टीम से बाहर रह सकता है।"