PKL 2022 में पुनेरी पलटन (Puneri Paltan) की कप्तानी करने वाले फज़ल अत्राचली Fazel Atrachali) ने हाल ही में अपनी ऑल-टाइम Pro Kabaddi League प्लेइंग 7 को चुना है। इस टीम के कप्तान और लेफ्ट कॉर्नर खुद फज़ल होने वाले हैं। साथ ही टीम में परदीप नरवाल, पवन सेहरावत जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को जगह नहीं मिली है।
पुनेरी पलटन के लिए खेलने से पहले फज़ल अत्राचली PKL में यू मुंबा, पटना पाइरेट्स और गुजरात जायंट्स के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने दूसरे सीजन में अपने करियर की शुरुआत यू मुंबा के लिए खेलते हुए की थी। मुंबई के साथ वो एक बार चैंपियन बन चुके हैं और एक बार रनर अप भी रहे हैं। शायद इसी वजह से फज़ल ने अपनी टीम में ज्यादातर खिलाड़ी यू मुंबा के ही चुने हैं।
Sportskeeda को दिए खास इंटरव्यू में ईरान के सुल्तान की प्लेइंग 7 में लेफ्ट कॉर्नर वो खुद हैं। राइट कॉर्नर पर उन्होंने प्रशांत च्वाहन को रखा है। कवर्स के लिए उन्होंने जीवा कुमार और सुरजीत सिंह को रखा है। फज़ल की टीम के तीन मुख्य रेडर्स अनूप कुुमार, शब्बीर बापू और राकेश कुमार हैं। आपको बता दें कि इन 7 में से 6 खिलाड़ी मुंबई के लिए PKL में साथ खेले हैं।
फज़ल अत्राचली की ऑल-टाइम PKL प्लेइंग 7 इस प्रकार है:
फज़ल अत्राचली (कप्तान एवं लेफ्ट कॉर्नर), अनूप कुमार (लेफ्ट इन), जीवा कुमार (लेफ्ट कवर), शब्बीर बापू (सेंटर), सुरजीत सिंह (राइट कवर), राकेश कुमार (राइट इन) और प्रशांत च्वाहन (राइट कॉर्नर)।
आपको बता दें कि इस टीम में सुरेंदर नाडा, राहुल चौधरी, मंजीत छिल्लर, परदीप नरवाल, पवन कुमार सेहरावत जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के नाम मिसिंग हैं, जोकि काफी चौंकाने वाला रहा।
PKL 2022 में पुणे को फाइनल में ले जाने वाले फज़ल अत्राचली ने अनूप कुमार को लेकर क्या कहा?
फज़ल अत्राचली ने अपने करियर की शुरुआत अनूप कुमार की कप्तानी मेंं खेलते हुए की थी। दो सीजन वो अनूप कुमार के अंडर खेले हैं और दोनों ही दिग्गज खिलाड़ियों ने साथ में काफी समय बिताया है।
Sportskeeda के साथ खास बातचीत में पुनेरी पलटन ने अपने डेब्यू सीजन के बारे में बात करते हुए कहा कि शुरुआत में उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अनूप कुमार के साथ तालमेल को लेकर फज़ल ने कहा,
"शुरुआत में मेरी दोस्ती अनूप कुमार के साथ इतनी अच्छी नहीं थी, क्योंकि मैं ईरान का कप्तान था। वो भारत के कप्तान थे। कई बार हमारी एक दूसरे से लड़ाई हुई। हालांकि जब आप एक दूसरे से बात नहीं कर रहे होते और एक दूसरे को मैट पर देखते हैं तो सामने वाले की पर्सनालिटी के बारे में पता नहीं चलता। शुरुआत में हम एक दूसरे को सिर्फ 'Hi' या 'Bye' ही कहते थे। कुछ दिनों बाद हम दोनों को पता चला कि हम अच्छे इंसान हैं, तो हमारा तालमेल बेहतर हुआ।"
फज़ल अत्राचली ने पुनेरी पलटन को इस सीजन चैंपियन बनाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली और टीम को जयपुर पिंक पैंथर्स के खिलाफ रोमांचक फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। अब देखना होगा कि अगले सीजन ईरान के कप्तान आखिरकार पुणे के खिताब का सूखा खत्म करने में कामयाब होते हैं या नहीं।