प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के आठवें सीजन का फाइनल तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स और बीते सीजन के उपविजेता दबंग दिल्ली केसी के बीच 25 फरवरी को यहां के शेराटन ग्रैंड होटल एवं व्हाइटफील्ड कन्वेंशन सेंटर में खेला जाएगा। दिल्ली को बीते सीजन के फाइनल में बंगाल वॉरियर्स से हार मिली थी। इस बार दिल्ली खिताब तक पहुंचना चाहेगी लेकिन इसके लिए उसे चतुर कोच राममेहर सिंह की मजबूत पटना को हराना होगा, जो अपना चौथा खिताब जीतने के लिए व्याकुल दिख रही है।
दिल्ली और पटना ने लीग स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर सीधे सेमीफाइनल में जगह बनाई और फिर आसानी से फाइनल में पहुंच गईं। चौथी बार फाइनल में पहुंची पटना ने सेमीफाइनल में अपने पूर्व स्टार रेडर परदीप नरवाल से सजी यूपी योद्धा को बहुत ही जोरदार तरीके से हराया, जबकि दिल्ली ने छठे सीजन के चैंपियन बेंगलुरु बुल्स से मिली गंभीर चुनौती को स्वीकार कर जीत हासिल की।
इस सीजन में अब तक के सफर की बात करें तो पटना सबसे सफल टीम है। इसने 23 में से 17 मैच जीते हैं। दिल्ली ने इतने ही मैचों में 13 जीत हासिल की हैं। पिछले 10 मैचों में पटना ने जहां सेमीफाइनल समेत 9 जीते वहीं दिल्ली ने पिछले 10 मैचों में 6 जीते, 2 हारे और दो टाई रहे।
लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस सीजन में दिल्ली ही एकमात्र ऐसी टीम है जिसने पटना को दोनों मौकों पर हराया। पहले मुकाबले में दिल्ली ने पटना को 32-29 से हराया था जबकि दूसरे मैच में उसने फिर से 26-23 से जीत दर्ज की थी।
फाइनल को लेकर दिल्ली के कोच कृष्ण कुमार हुड्डा ने कहा, " फाइनल में पहुंचकर हमें बहुत खुशी हो रही है। पटना टूर्नामेंट में सबसे संतुलित टीमों में से एक है। उनके पास वास्तव में अच्छे खिलाड़ी हैं जो किसी भी समय मैच को पलट सकते हैं। लेकिन हमारे पास एक अच्छी टीम भी है और हम उनके अनुसार अपनी रणनीति बनाएंगे। शादलू को लेकर हमें काम करना होगा। मुझे अपनी टीम पर पूरा भरोसा है। उसने अब तक अपनी पूरी क्षमता दिखाई है। फाइनल में कोई भी जीत सकता लेकिन मैं गारंटी दे सकता हूं कि यह एक शानदार मुकाबला होगा।”
यहां यह बताना जरूरी है कि दिल्ली ने अपने स्टार रेडर नवीन एक्सप्रेस के बगैर ही पटना को दोनों बार हराया था। पहले मैच में नवीन चोट के कारण नहीं खेले थे जबकि दूसरे में वह सिर्फ 2 रेड अंक ले सके और 16वें मिनट में स्थानापन्न कर दिए गए। नवीन की गैरमौजूदगी में अनुभवी ऑलराउंडर संदीप नरवाल और मंजीत छिल्लर ने ठोस प्रदर्शन कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की थी।
इस मैच में अलग-अलग विशेषताओं वाली दो टीमों का सामना होगा। दिल्ली के पास आधुनिक कबड्डी का सबसे बड़ा सुपरस्टार नवीन है। दिल्ली के पास मंजीत, जीवा, जोगिंदर नरवाल और संदीप जैसे सबसे अनुभवी डिफेंडर हैं। इस में मैच का रुख पलटने का दम है। पटना रेडिंग में गुमान सिंह और सचिन तंवर और डिफेंस में साजिन चंद्रशेखरन और मोहम्मदरेजा शादलू जैसे युवा और रोमांचक प्रतिभाओं से लैस टीम है।
साथ ही, उनके पास रेडर प्रशांत और मोनू गोयत या डिफेंडर सुनील जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी हैं। पटना ने अपने आलराउंड प्रदर्शन के दम पर जीत हासिल की जबकि दिल्ली का प्रदर्शन नवीन के इर्द-गिर्द केंद्रित रहा। उनकी अनुपस्थिति में टीम ने कुछ मैच जीते लेकिन यह बार-बार नहीं हो सका। सेमीफाइनल में, दोनों टीमों ने बड़ी सूझबूझ के साथ अपनी लीड बचाई। यूपी के खिलाफ, एक बार 10 से अधिक अंकों की
बढ़त हासिल करने के बाद पटना ने मैच को धीमा किया और 5 के डिफेंस के साथ खेलते हुए कोर्ट पर एक अतिरिक्त डिफेंडर भी लगाया। वहीं दिल्ली ने एक बार नीरज नरवाल के सुपर रेड से जो लीड हासिल की, उसे बड़ी चालाकी से बनाए रखा। दिल्ली के अनुभवी डिफेंस ने विपक्षी टीम को बोनस ले जाने दिया लेकिन फेल्ड टैकल से बचते रहे।
इसमें कोई शक नहीं कि फाइनल में दोनों टीमों के बीच जबरदस्त रणनीतिक लड़ाई होगी। दिल्ली के लिए नवीन का प्रदर्शन निर्णायक हो सकता है। नवीन को रोकने के लिए पटना का डिफेंस शुरुआती पांच मिनट में अपने पूरा दमखम लगा देगा।
वह नवीन के खिलाफ उसी रणनीति पर चलेगी, जिस पर परदीप के खिलाफ चली थी। परदीप हर बार बोनस लेने के प्रयास में शिकार हुए लेकिन नवीन को इस तरह की गलती से बचना चाहिए औऱ अपने लिए भागने की जगह देखते हुए टच का प्रयास करना चाहिए।
दिल्ली से होने वाली इस रोचक भिड़ंत को लेकर राममेहर सिंह ने कहा, “मुझे इस सीजन में अपनी टीम की उपलब्धियों पर बहुत गर्व है। हम एक इकाई के तौर पर खेलते हुए फाइनल में पहुंचे हैं। जहां तक दिल्ली की बात है तो यह युवा जोश और अनुभव से लैस एक अच्छी टीम है। हमने टूर्नामेंट अब तक डिफेंस और रेडिंग में काफी निरंतरता और ताकत दिखाई है। नवीन से निपटने के अलावा हम पूरी टीम के लिए रणनीति बनाएंगे। मुझे अपनी टीम पर पूरा भरोसा है, और मुझे पता है कि चौथी बार खिताब जीतने के लिए वे 100 प्रतिशत से अधिक देंगे। यह एक रोमांचक फाइनल होने जा रहा है और हम इसके लिए और इंतजार नहीं कर सकते।"
इसमें कोई शक नहीं कि फाइनल का सबसे बड़ा आकर्षण नवीन और शादलू के बीच की लड़ाई होगी। नवीन अपने 200 रेड अंकों के करीब हैं औऱ दिल्ली को पहला खिताब दिलाने में अहम किरदार हो सकते हैं जबकि पहली बार पीकेएल में खेल रहे शादलू इस सीजन में 10 हाई-5 लगाकर एक नया कीर्तिमान बना चुके हैं।
पटना को अच्छी तरह पता है कि अगर उसने नवीन को रोक लिया तो आधी बाजी मार ली जबकि दिल्ली को पता है कि अगर उसने शादलू को छका दिया तो वह भी आधी बाजी जीत जाएगी। दिल्ली की रेडिंग जहां मुख्य रूप से नवीन के इर्द-गिर्द केंद्रित रही है वहीं पटना ने गुमान और सचिन के दम पर विपक्षी डिफेंस को छकाया है। साथ ही उसके पास मोनू गोयत के रूप में एक अनुभवी हाथ है।
पटना के रेडरों को रोकने के लिए दिल्ली के डिफेंस, खासतौर पर लेफ्ट ज़ोन अवांछित टैकल से बचना होगा क्योंकि लेफ्ट रेडर गुमान और प्रशांत दोनों के यहां से अंक चुरा सकते हैं। दूसरी ओर, यदि पटना का डिफेंस नवीन को जल्द आउट करता है तो इससे दिल्ली के डिफेंस पर दबाव बनेगा क्योंकि वह नवीन को रिवाइव कराने के लिए गलतियां कर प्वाइंट लीक कर सकता है।
25 फरवरी को होने वाला फाइनल मैच :
रात 8:30 बजे: पटना पाइरेट्स vs दबंग दिल्ली केसी
कहां देखें :
स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क और डिज्नी+हॉटस्टार
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