प्रो कबड्डी लीग (PKL) इतिहास की सबसे सफल टीम में से एक पटना पाइरेट्स (Patna Pirates) का प्रदर्शन PKL 8 में भी काफी ज्यादा जबरदस्त रहा है। तीन बार की पूर्व चैंपियन टीम ने लीग स्टेज में 22 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 16 मुकाबले जीते। 5 मैचों में उन्हें हार मिली और एक मैच उनका टाई के जरिए समाप्त हुआ।
पटना पाइरेट्स ने लीग स्टेज का अंक तालिका में पहले स्थान पर रहते हुए किया और उन्होंने सीधे सेमीफाइनल में जगह बनाई। हालांकि पटना पाइरेट्स का मुकाबला सेमीफाइनल किसके खिलाफ होगा यह अभी तय नहीं है। उनका सामना 23 फरवरी को पुनेरी पलटन vs यूपी योद्धा मैच के विजेता से होने वाला है।
आपको बता दें कि लीग स्टेज में पटना पाइरेट्स के रेडर्स और डिफेंडर्स दोनों ने काफी जबरदस्त प्रदर्शन किया। सचिन तंवर, मोहम्मदरेजा चियानेह, गुमान सिंह, मोनू गोयत, नीरज कुमार जैसे खिलाड़ियों ने काफी प्रभावित किया।
टीम के कप्तान प्रशांत कुमार राय ने भी काफी अच्छा काम किया है और इसी वजह से उनकी टीम ने काफी ज्यादा अच्छा प्रदर्शन भी किया। पटना पाइरेट्स के कप्तान प्रशांत कुमार राय ने सेमीफाइनल मुकाबले से पहले स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी से खास बातचीत की और कई अहम मुद्दों पर बात की।
-) PKL 8 के लीग स्टेज में पटना पाइरेट्स ने काफी जबरदस्त प्रदर्शन किया, टीम की सफलता का मुख्य कारण क्या है?
#) अक्टूबर में हमारी टीम का कैंप लगा था। हमने कैंप में काफी काम किया और फिटनेस के ऊपर ज्यादा ध्यान दिया गया। रेडिंग और डिफेंस का प्रदर्शन काफी ज्यादा अच्छा रहा है। इसी वजह से टीम ने अच्छा किया है। हमने जो रणनीति बनाई, उसके ऊपर काम किया और इसी वजह से हमें सफलता मिली।
-) पटना पाइरेट्स को जो 10 दिन का ब्रेक मिला, वो कितना महत्वपूर्ण था और मोमेंटम जारी रखने के लिए क्या प्लानिंग टीम की रही?
#) हमें जो 10 दिन का ब्रेक मिला था वो काफी ज्यादा जरूरी था। कैंप के बाद टूर्नामेंट की शुरुआत हुई और हमारे लिए ब्रेक फायदेमंद साबित हुआ। ब्रेक से पहले जो हमारा मोमेंटम था, हमने उसी जारी रखने के लिए काफी मेहनत की। इसमें खिलाड़ियों के साथ कोच का भी अहम योगदान था। वो हमें मानसिक तौर पर फिट रहने में मदद कर रहे थे। बायो-बबल में मानसिक तौर पर फिट रहना काफी जरूरी होता है और तभी आप अच्छा कर सकते हैं। हमने 10 दिन के ब्रेक का अच्छे से इस्तेमाल किया और ब्रेक के बाद भी हम इसे जारी रखने में कामयाब हुए।
-) PKL 8 में पटना पाइरेट्स से सभी को काफी उम्मीद है, टीम के ऊपर कितना दबाव रहने वाला है?
#) हमारे लिए बचे हुए दो मुकाबले (सेमीफाइनल और फाइनल) काफी अहम होने वाले हैं। अब हम कोई गलती नहीं कर सकते हैं और जीतना ही लक्ष्य रहने वाला है। हम अगर हार गए तो हमारा टूर्नामेंट जीतने का सपना टूट जाएगा। हम पूरे आत्मविश्वास के साथ खेलने वाले हैं और अपनी ताकत के ऊपर ही खेलेंगे। सभी खिलाड़ी अपना शत प्रतिशत देते हुए चैंपियनशिप की तरफ बढ़ेंगे।
-) बतौर कप्तान आपका अनुभव कैसा रहा और किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा?
#) पटना पाइरेट्स के लिए खेलना गर्व की बात है। पटना तीन बार चैंपियन रहे हैं और इसके पीछे की वजह परदीप नरवाल भी थे। पहले टीम सिर्फ परदीप नरवाल पर निर्भर करती थी, लेकिन अब सभी खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं। इसी वजह से परदीप नरवाल की कमी नहीं खल रही है। मुझे कप्तानी में कोच भी काफी मदद करते हैं। मेरी कोशिश भी शत प्रतिशत देने की रही है। सभी प्लेयर्स को अपना रोल पता है और इसी वजह से मेरा काम काफी आसान हो जाता है।
-) सेमीफाइनल मुकाबले में टीम मोनू गोयत के अनुभव के साथ जाने वाली है या गुमान सिंह को मौका दिया जाएगा?
#) हमारी टीम की बेंच स्ट्रेंथ काफी ज्यादा मजबूत है। के सेल्वामनी हमारे पास हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले। हम अभी सेमीफाइनल मैच के लिए रणनीति बनाएंंगे और इसके मुताबिक ही टीम का चयन करेंगे। कोई भी खिलाड़ी खेलेगा उनका लक्ष्य सिर्फ अपना शत प्रतिशत देने पर ही होगा। मोनू गोयत और गुमान सिंह में से कोई भी खेल सकता है।