प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के आठवें सीजन (PKL) के सिर्फ तीन लीग स्टेज मुकाबले रह गए हैं। अभी तक पटना पाइरेट्स, दबंग दिल्ली और यूपी योद्धा ने प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इसके अलावा तमिल थलाइवाज, तेलुगु टाइटंस, यू मुंबा और बंगाल वॉरियर्स की टीमें प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई हैं।
अभी 5 टीमों के बीच आखिरी तीन स्पॉट्स के लिए लड़ाई चल रही है और आखिरी लीग मुकाबले के बाद ही प्ले-ऑफ की स्थिति पूरी तरह साफ हो पाएगी। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आखिर सभी टीमों के लिए प्ले-ऑफ के लिए क्या स्थिति रह सकती है:
PKL 8 के प्लेऑफ में पहुंचने के लिए सभी टीमों को क्या करना होगा?
बेंगलुरु बुल्स: PKL 8 में बेंगलुरु बुल्स का कोई मुकाबला नहीं बचा है और उन्हें दूसरे मैचों के नतीजों पर निर्भर करना होगा। जयपुर पिंक पैंथर्स, गुजरात जायंट्स और हरियाणा स्टीलर्स में से कोई भी टीम अपना मैच हारती है तो बेंगलुरु बुल्स प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर जाएगी। इसके अलावा अगर गुजरात जायंट्स और हरियाणा स्टीलर्स अपना मैच जीतती हैं, तो उन्हें उम्मीद करनी होगी कि पुनेरी पलटन की जीत का अंतर 27 से कम होना चाहिए।
जयपुर पिंक पैंथर्स: PKL के पहले सीजन की चैंपियन टीम को अगर प्लेऑफ में पहुंचना है तो उनके लिए जीत दर्ज करना काफी जरूरी रहने वाला है। अगर जयपुर अपना मैच हारती है, तो उन्हें कम से कम एक अंक हासिल करना होगा। इसके अलावा उम्मीद करनी होगी कि गुजरात जायंट्स और हरियाणा स्टीलर्स अपना-अपना मैच 7 से ज्यादा अंतर से हार जाएं।
पुनेरी पलटन: पुनेरी पलटन को सबसे पहले जयपुर पिंक पैंथर्स के खिलाफ जीत दर्ज करनी होगी। इसके बाद उन्हें उम्मीद करनी होगी कि हरियाणा स्टीलर्स और गुजरात जायंट्स अपना-अपना मैच हार जाएं। पुणे अगर अपना मैच जीतती है और गुजरात की भी जीत होती है। इस स्थिति में हरियाणा स्टीलर्स की हार के बाद ही पुनेरी पलटन क्वालीफाई कर पाएगी।
गुजरात जायंट्स: PKL 8 के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए गुजरात जायंट्स को हर हालत में जीत दर्ज करनी ही होगी। वो अगर अपना मैच हारते हैं तो उनके 62 या 63 अंक ही रहेंगे। ऐसी स्थिति में उनके लिए प्ले-ऑफ में पहुंचना काफी मुश्किल हो जाएगा। हालांकि वो हारने की स्थिति में एक हासिल करने में कामयाब होते हैं और हरियाणा स्टीलर्स की टीम अपना मैच 7 से ज्यादा के अंतर से हारेगी तो वो क्वालीफाई कर जाएंगे।
हरियाणा स्टीलर्स: हरियाणा स्टीलर्स अपना मैच जीतते ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर जाएंगे और ऐसी स्थिति में उन्हें दूसरे मैचों के नतीजों पर निर्भर नहीं करेंगे। हालांकि अगर वो अपना मैच नहीं जीतते हैं, तो उन्हें गुजरात जायंट्स और जयपुर पिंक पैंथर्स की एकतरफा हार की उम्मीद करनी होगी। इसके पीछे की अहम वजह है कि उनका स्कोर डिफरेंस काफी ज्यादा खराब है