PKL 8: पटना पाइरेट्स vs दबंग दिल्ली फाइनल मुकाबला टाई होने पर किस तरह निकलेगा मैच का नतीजा?

PKL 8 का फाइनल मुकाबला टाई होने के बाद किस तरह निकलेगा मैच का नतीजा? (Photo: Pro Kabaddi League)
PKL 8 का फाइनल मुकाबला टाई होने के बाद किस तरह निकलेगा मैच का नतीजा? (Photo: Pro Kabaddi League)

प्रो कबड्डी लीग (PKL 8) का फाइनल मुकाबला 25 फरवरी को खेला जाने वाला है। पटना पाइरेट्स और दबंग दिल्ली के बीच खिताबी जंग होने वाली है। पटना पाइरेट्स की टीम तीन बार खिताब जीत चुकी है और दूसरी तरफ दबंग दिल्ली टीम का यह लगातार दूसरा फाइनल मुकाबला है, लेकिन उन्होंने कभी भी टूर्नामेंट नहीं जीता है।

हालांकि दोनों ही टीमों को देखते हुए इस मैच में तीनों ही परिणाम संभव हैं। फैंस अब सोच रहे होंगे कि फाइनल मुकाबला टाई होने की स्थिति में कौन सी टीम खिताब पर कब्जा करेगी और कैसे विजेता का फैसला किया जाएगा?

हम आपको बताते हैं कि PKL 8 फाइनल मैच बराबरी पर रहने के बाद किस तरह मैच का परिणाम निकल सकता है:

40 मिनट के खेल के बाद अगर दोनों ही टीमों के स्कोर बराबरी पर रहते हैं, तो 7 मिनट का टाई ब्रेकर होगा जिसमें 3-3 मिनट के दो हाफ होंगे और एक मिनट का ब्रेक होगा, जिसमें टीम अपनी रणनीति तय कर सकती हैं। टाईब्रेकर में दोनों टीमों को एक-एक रिव्यू मिलता है, तो साथ ही में टीम एक बार सब्स्टीट्यूशन का इस्तेमाल कर सकती हैं।

हालांकि 7 मिनट के टाईब्रेकर के बाद भी स्कोर बराबरी पर ही रहते हैं, तो मैच का फैसला गोल्डन रेड के जरिए होगा।

गोल्डन रेड के नियम कुछ इस प्रकार हैं:

1- गोल्डन रेड में वॉल्क लाइन ही बोनस लाइन बन जाती है जिसका मतलब है कि रेडर अगर उस लाइन को क्रॉस कर लेता है, तो टीम को पॉइंट मिल जाएगा। हालांकि रेडर ने डिफेंडर से टच होने के बाद वॉल्क लाइन क्रॉस की, तो उसे बोनस नहीं मिलेगा। .

2- वॉल्क लाइन को क्रॉस करने के बाद रेडर अगर डिफेंडर को टच करके वापस आता है, तो वो पॉइंट भी उसमें जोड़े जाएंगे। इसमें कोई भी रिवाइवल या फिर कोई आउट नहीं होता है। अगर एक टीम के गोल्डन रेड के बाद भी पॉइंट बराबरी पर रहते हैं, तो दूसरी टीम को उनकी गोल्डन रेड करने का मौका मिलेगा। अगर पहले रेडिंग करने गई टीम के खिलाड़ी ने एक पॉइंट भी हासिल कर लिया, तो वो टीम जीत जाएगी।

3- इसके अलावा एक्सट्रा टाइम या उससे पहले किसी खिलाड़ी को सस्पेंड किया जाता है, तो वो खिलाड़ी गोल्डन रेड का हिस्सा नहीं बन पाएगा और उसकी टीम को कम खिलाड़ियों के साथ कोर्ट में उतरना होगा। जिस टीम में जितने खिलाड़ी कम होंगे, उतने ही अंक विपक्षी टीम को मिल जाएंगे।

4- दोनों टीमों द्वारा एक-एक गोल्डन रेड करने के बाद भी स्कोर बराबरी पर रहता है, तो अंत में मैच का फैसला टॉस के जरिए होगा और जो भी टॉस को जीतेगी उसे विजेता घोषित किया जाएगा।

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Edited by मयंक मेहता