प्रो कबड्डी लीग के सातवें सीजन के लिए नीलामी हो चुकी है और फ्रेंचाइजियों ने इस सीजन बेहतरीन टीम बनाने के लिए खूब पैसे खर्च किए हैं। सभी 12 टीमों ने कुल मिलाकर इस सीजन 50 करोड़ रूपए खर्च किए हैं। तेलुगु टाइटंस ने छठे सीजन में शानदार प्रदर्शन करने वाले सिद्धार्थ देसाई को 1 करोड़ 45 लाख रूपये में खरीदा तो वहीं पुनेरी पलटन ने 1 करोड़ 20 लाख रूपए देकर नितिन तोमर को रिटेन किया है।
ईरान के मोहम्मद नबीबख्श को बंगाल वारियर्स ने 77.75 लाख रूपए में खरीदकर उन्हें इस सीजन का सबसे महंगा विदेशी खिलाड़ी बना दिया। पिछले सीजन 1.5 करोड़ रूपए से ज़्यादा की कीमत में बिकने वाले मोनू गोयत को इस सीजन यूपी ने 93 लाख रूपए में खरीदा है। सातवें सीजन के लिए तमाम खिलाड़ियों ने अपनी टीम बदली है तो वहीं कुछ खिलाड़ी इस सीजन भी अपनी पुरानी टीम से खेलेंगे।
सातवें सीजन की शुरुआत से पहले हम सभी 12 टीमों को रेट कर रहे हैं।
यू मुंबा- 5/10
दूसरे सीजन की विजेता रहने वाली मुंबा ने कप्तान फजल अत्राचली के साथ ही युवा खिलाड़ी अर्जुन देशवाल, गौरव कुमार और सुरिंदर सिंह को रिटेन किया। नीलामी में मुंबा ने 89 लाख रूपए की कीमत में संदीप नरवाल को खरीदा।
मजबूती
टीम का डिफेंस निश्चित तौर पर सबसे मजबूत कड़ी होगा क्योंकि दोनों कॉर्नर पर दुनिया के बेस्ट फजल अत्राचली और संदीप नरवाल खेलेंगे। सुरिंदर सिंह के आक्रामक खेल को भी इसमें मिला दिए जाए तो यह तिकड़ी किसी भी रेडर को फंसा सकती है।
कमजोरी
पिछले सीजन टीम में सिद्धार्थ देसाई थे जिन्होंने अकेले दम पर मुंबा को कई मैच जिताए थे। इस सीजन सिद्धार्थ के नहीं होने पर रोहित बलयान टीम के मुख्य रेडर होंगे। रोहित के अलावा अतुल एमएस और अभिषेक सिंह जैैसे रेडर भी टीम में हैं, लेकिन उन्हें खुद को साबित करना है।
हरियाणा स्टीलर्स - 5.5/10
मजबूती
विकास कंडोला और प्रशांत कुमार राय जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी में टीम का रेडिंग विभाग काफी शानदार लग रहा है। कंडोला और राय के सेल्वामणि के साथ बढ़िया पार्टनरशिप करना चाहेंगे। नवीन भी पिछले सीजन के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे।
कमजोरी
कॉर्नर पर धर्मराज चेरालाथन और कुलदीप सिंह खेलेंगे, लेकिन बीच में बढ़िया डिफेंडर्स का न होना हरियाणा के लिए सबसे बड़ा दर्द है। विकास काले का पिछला सीजन बेहद खराब रहा था तो वहीं प्रवीन टैकल को लेकर आश्वस्त नहीं दिखाई दिए थे। कवर डिफेंडर्स को अपना गेम सुधारने की जरूरत होगी।
पुणेरी पलटन - 6/10
मजबूती
टीम में कुछ शानदार खिलाड़ी मौजूद हैं। रेडिंग में नितिन तोमर, दर्शन कादियान और पवन कुमार कादियान जैसे शानदार खिलाड़ी मौजूद हैं। राइट कवर पोजीशन पर सुरजीत सिंह का मौजूद होना टीम के कॉफिडेंस को काफी ज़्यादा बढ़ाएगा।
कमजोरी
भले ही गिरीश एर्नाक और सुरजीत सिंह डिफेंस में टीम के लिए बढ़िया करेंगे, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों का सपोर्ट सबसे बड़ा चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि टीम के अन्य डिफेंडर्स को खुद को बड़े स्टेज पर साबित करना होगा। सीजन के दौरान यह समस्या पलटन को काफी परेशान कर सकती है।
तेलुगु टाइटंस - 6/10
मजबूती
टाइटंस के पास काफी प्रतियोगी स्टार्टिंग सेवेन उतारने का मौका है जिसमें अबोजार मेघानी, सिद्धार्थ देसाई, विशाल भारद्वाज और फरहाद मिलागर्धन जैसे खिलाड़ी शामिल होंगे। युवा रेडर अरमान को भी रिटेन किया गया है तो इस सीजन टाइटंस की टीम हर मोर्चे पर तगड़ी टक्कर देने में सक्षम लग रही है।
कमजोरी
सिद्धार्थ देसाई या फिर दोनों कॉर्नर के लिए सपोर्ट नहीं होना टीम के लिए चिंता का विषय हो सकता है। राहुल चौधरी और निलेश सालुंखे जैसे रेडर्स के टीम में नहीं होने पर अरमान जैसे युवा खिलाड़ी को सिद्धार्थ को सपोर्ट करना होगा जो टीम के लिए काफी प्रेशर का काम हो सकता है।
बंगाल वारियर्स - 6.5/10
मजबूती
बंगाल का रेडिंग विभाग इस सीजन काफी मजबूत लग रहा है। मनिंदर ने सीजन दर सीजन खुद को साबित किया है और इस सीजन उनकी मदद करने के लिए टीम में सुकेश हेगड़े और के. प्रपंजन जैसे शानदार रेडर्स भी मौजूद होंगे। नई साइनिंग नबीबख्श और FBM राकेश नरवाल के कुछ अच्छे प्रदर्शन टीम को काफी लाभ पहुंचा सकते हैं।
कमजोरी
दिग्गज डिफेंडर जीवा कुमार का टीम में आना बढ़िया चीज है, लेकिन यह देखना होगा कि नबीबख्श किस तरह अपना प्रो कबड्डी डेब्यू करते हैं। बलदेव सिंह में निरंतरता की कमी और बेंच पर बैकअप नहीं होना बंगाल को सीजन के बीच में परेशान कर सकता है।
बेंगलुरु बुल्स - 7/10
सीजन 6 के डिफेंडिंग चैंपियन्स ने कप्तान रोहित कुमार, पवन कुमार सहरावत और आशीष सांगवान के रूप में कुछ कीमती खिलाड़ियों को रिटेन किया है।
मजबूती
बेंगलुरु ने जितने भी खिलाड़ियों को रिटेन किया है उन्होंने पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन किया था और उन्हें पता है कि टीम में करना क्या है। रोहित कुमार और पवन सहरावत एक बार फिर रेडिंग की जिम्मेदारी निभाएंगे तो वहीं आशीष सांगवान और महेंदर सिंह की जोड़ी का खेल देखना दिलचस्प होगा।
कमजोरी
टीम में रोहित कुमार औऱ पवन के बैकअप के रूप में कोई खास खिलाड़ी मौजूद नहीं है। यदि इन दोनों में से कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है या फिर ये पिछले सीजन के प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाते हैं तो फिर टीम में विजय कुमार, विनोद कुमार और सुमित मलिक जैसे रेडर हैं जिन्हें अब तक टेस्ट नहीं किया गया है।
दबंग दिल्ली - 7/10
दबंग दिल्ली ने नीलामी के लिए यही रणनीति बनाई थी कि वे अपने पिछले सीजन के ज़्यादातर खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाएंगे। जोंगिदर नरवाल, मेराज शेख और नवीन कुमार जैसे खिलाड़ियों को रिटेन किया गया है।
मजबूती
पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को रिटेन किए जाने के बाद इस बात में कोेई शक नहीं है कि दिल्ली वही टीम उतारेगी जो उन्होंने पिछले सीजन उतारी थी। इस सीजन केवल विशाल की जगह पर बढ़िया ऑल-राउंडर विजय मलिक को खेलते देखा जा सकता है।
कमजोरी
दिल्ली के बेंच पर बड़े नाम नहीं हैं। सोमबीर, अनिल कुमार और सईद गफ्फारी तीनों ही मुख्य रूप से डिफेंडर्स हैं। यदि दिल्ली के किसी भी रेडर के साथ कोई दिक्कत होती है तो उनके पास पर्याप्त बैकअप नहीं है जो उनके लिए सबसे बड़ा सिरदर्द साबित हो सकती है।
गुजरात फॉर्च्यूनजॉयंट्स - 7.5/10
मजबूती
सुनील कुमार और परेवश भैंसवाल की जोड़ी एक बार फिर गुजरात के लिए शानदार साबित हो सकती है। विनोद कुमार भी डिफेंस में बढ़िया सहयोग दे सकते हैं तो वहीं रुतुराज कोरावी के डाइविंग टैकल्स को देखकर एक बार फिर फैंस को झूमने का मौका मिलेगा।
कमजोरी
भले ही कागज पर गुजरात के लिए कोई चिंता का विषय नहीं दिख रहा है, लेकिन लेफ्ट कॉर्नर और लेफ्ट-इन की जगह पर कौन खेलेगा यह सबसे बड़ा सवाल है। अबुलफज़ल मग्सुद्लू और मोरे जीबी दोनों ही टैकल करने के लिए नहीं जाने जाते हैं जिसका मतलब है कि विनोद कुमार पर ज़्यादा प्रेशर पड़ेगा और उन्हें रेड में भी प्वाइंट लाने होंगे।
यूपी योद्धा - 7.5/10
मजबूती
मोनू गोयत, श्रीकांत जाधव और रिशांक देवाडिगा की मौजूदगी में यूपी रेडिंग में तो जबरदस्त दिख रही है क्योंकि यह तिकड़ी किसी भी डिफेंस को तहस-नहस करने की क्षमता रखती है। मोहसेन मघसूद्लू के भी टीम में होने की वजह से यूपी ज़्यादातर प्वाइंट अपने रेडर्स की बदौलत हासिल करने की कोशिश करेगी।
कमजोरी
भले ही नितेश कुमार और सचिन कुमार की कॉर्नर जोड़ी टीम में मौजूद है, लेकिन जीवा कुमार के जाने के बाद से डिफेंस में कमी आई है। नरेंदर पिछले सीजन खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे और यदि इस सीजन नितेश नहीं चले तो फिर यूपी परेशानी में आ सकती है।
जयपुर पिंक पैंथर्स - 8/10
पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन करने वाले दीपक निवास हूडा, संदीप ढुल और नितिन रावल जैसे खिलाड़ियों को रिटेन करने के बाद जयपुर को कुछ और मैच जिताने वाले खिलाड़ी चाहिए थे जो उन्हें नीलामी में मिले भी।
मजबूती
रेडिंग मेें दीपक निवास हूडा, निलेश सालुंखे और दीपक नरवाल जैसे शानदार खिलाड़ी मौजूद हैं। इसके अलावा नितिन रावल, अजिंक्या पवार और लोकेश कौशिक जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी टीम के अटैक को काफी प्रभावी बनाती है।
कमजोरी
जयपुर की टीम में कई स्टार खिलाड़ी हैं और यही उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। पिछले सीजन नितिन रावल को लेफ्ट कॉर्नर के तौर पर खिलाना एकदम खराब निर्णय गया था क्योंकि वह प्रभाव छोड़ने में असफल रहे थे।
पटना पाइरेट्स - 8.5/10
मजबूती
परदीप नरवाल की जानदार रेडिंग पटना के लिए लगातार अच्छी साबित हो रही है और इस सीजन जैंग कुन ली का टीम में आना अच्छा साबित हो सकता है क्योंकि रेडिंग में वह परदीप को सपोर्ट करने में सक्षम होंगे।
कमजोरी
पटना के लिए पिछले सीजन राइट कॉर्नर की पोजीशन चिंता का विषय़ थी और जवाहर टीम से अंदर-बाहर हो रहे थे। टीम की रेडिंग तो शानदार है, लेकिन यदि डिफेंस में अच्छा काम नहीं किया गया तो पटना मुश्किल में आ सकती है।
तमिल थलाइवाज - 9/10
थलाइवाज ने अजय ठाकुर और मंजीत छिल्लर के रूप में अनुभवी खिलाड़ियों को रिटेन किया था जो इस सीजन उनके काम आ सकता है।
मजबूती
थलाइवाज के पास इस सीजन प्रो कबड्डी के दो सबसे बेहतरीन रेडर राहुल चौधरी और अजय ठाकुर हैं तो वहीं डिफेंस में अनुभवी मंजीत छिल्लर, मोहित छिल्लर और रन सिंह टीम को सफलता दिला सकते हैं।
कमजोरी
भले ही टीम में शानदार रेडर्स की भरमार है, लेकिन बेंच पर अनुभवी खिलाड़ियों का न होना थलाइवाज के लिए परेशानी बन सकता है। भले ही शब्बीर बापू अनुभवी खिलाड़ी हैं, लेकिन बेंच पर मौजूद अन्य डिफेंडर्स को टेस्ट नहीं किया गया है।