प्रो कबड्डी लीग (PKL 8) में ऐसे कई खिलाड़ी जिनसे काफी उम्मीद थी और उनमें से कई खिलाड़ियों ने वैसा ही प्रदर्शन किया। इसमें नवीन कुमार, पवन कुमार सेहरावत, मनिंदर सिंह, जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। इसके अलावा परदीप नरवाल, फज़ल अत्राचली, नितेश कुमार, विकास कंडोला ऐसे खिलाड़ी थे जिनसे उम्मीद काफी थी लेकिन उनका प्रदर्शन सही-सही रहा।
हालांकि PKL के इस सीजन में ऐसे कई खिलाड़ी भी रहे जिनसे उम्मीद ज्यादा नहीं थी, लेकिन उन्होंने बहुत ही ज्यादा बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया और पूरी तरह से छाप छोड़ी। इस आर्टिकल में ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में बात करने वाले हैं।
#) PKL 8 में देखने को मिला सागर के डिफेंस का दम
तमिल थलाइवाज की टीम भले ही प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई, लेकिन उनकी टीम के मुख्य डिफेंडर सागर ने काफी ज्यादा प्रभावित किया। इस सीजन सागर राठी ने 22 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने डिफेंस में 82 पॉइंट्स हासिल किए। इस बीच उन्होंने 8 बार हाई 5 लगाया और 8 सुपर टैकल भी किए।
सागर राठी के PKL 7 में 13 मैचों में सिर्फ 22 पॉइंट्स ही थे और इसी वजह से इस सीजन उनसे इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद किसी ने भी नहीं की थी। हालांकि उन्होंने काफी ज्यादा अच्छा किया और अगर उनकी टीम प्ले-ऑफ में पहुंचती तो निश्चित ही उनके पास इस सीजन का बेस्ट डिफेंडर बनने का मौका होता।
#) PKL 8 में अर्जुन देशवाल ने रेडिंग में किया दमदार प्रदर्शन
जयपुर पिंक पैंथर्स ने PKL 8 में नीलामी के दौरान दीपक निवास हूडा के अलावा अर्जुन देशवाल को भी खरीदा था। सीजन शुरू होने से पहले उम्मीद थी कि हूडा मुख्य रेडर की भूमिका निभाएंगे और अर्जुन देशवाल टीम के सेकेंड रेडर होंगे। हालांकि अर्जुन देशवाल ने पहले मैच से टीम के मुख्य रेडर की भूमिका निभाई और पूरी निरंतरता के साथ प्रदर्शन करते हुए इस सीजन में अपनी छाप छोड़ी।
PKL 8 में अर्जुन देशवाल ने 22 मैचों में 268 पॉइंट्स हासिल किए और इसमें 267 पॉइंट्स उन्होंने रेडिंग में ही हासिल किए। अर्जुन ने इस सीजन 16 सुपर 10 भी लगाए और यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ सीजन भी है। इससे पहले सीजन 6 और 7 में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं था। इसी वजह से सीजन 8 में उनके प्रदर्शन ने सभी को हैरान किया।
#) PKL 8 में विजय मलिक ने दबंग दिल्ली को नवीन कुमार की कमी खलने नहीं दी
दबंग दिल्ली मुख्य रूप से रेडिंग में नवीन कुमार के ऊपर ही निर्भर करती है और इस सीजन के शुरुआत में वैसा ही कुछ देखने को मिला। नवीन कुमार जब चोटिल हुए, तो टीम के लिए खतरा मंडराने लगा था। हालांकि विजय मलिक ने नवीन कुमार की गैरमौजूदगी में रेडिंग की जिम्मदेारी संभाली और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
इस सीजन विजय मलिक ने 23 मैचों में 162 पॉइंट्स हासिल किए, जिसमें 157 पॉइंट्स उन्होंने रेड में हासिल किए। इस बीच उन्होंने 5 सुपर भी लगाए और साथ ही फाइनल में उन्होंने जो सुपर रेड्स लगाई उसी की बदौलत दिल्ली ने खिताबी जीत दर्ज की। विजय PKL में सीजन में 5 से खेल रहे हैं, लेकिन इस बार उनका प्रदर्शन उम्मीद से काफी ज्यादा बेहतर रहा।