इस समय जयपुर में 67वें सीनियर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप चल रही है। दूसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में राजस्थान की टीम ने महाराष्ट्र को 47-34 से हराते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है। सेमीफाइनल में टीम का मुकाबला इंडियन रेलवे के खिलाफ होने वाला है। दीपक निवास हूडा ने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
दीपक हूडा ने हाई 5 लगाया और रेडिंग में भी 5 अंक हासिल किए। उनके अलावा कमल किशोर ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए सुपर 10 लगाया। राजू लाल चौधरी और सचिन तंवर जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतरीन रहा।
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राजस्थान के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद दीपक निवास हूडा ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ खास बातचीत की, जानिए उन्होंने क्या कहा:
-राजस्थान की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है, टीम के प्रदर्शन को लेकर क्या कहना है आपको?
-मुझे काफी खुशी हो रही है, क्योंकी दूसरी टीमों की तरह हमारे पास कोई स्टार खिलाड़ी नहीं थे। ज्यादातर टीमों में पीकेएल से लेकर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी मौजूद हैं। हमारे पास सिर्फ मैं, सचिन और राजू लाल चौधरी है जिनके पास अनुभव है। इसी वजह से टीम ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया।
-साउथ एशियन गेम्स के बाद नेशनल के लिए अपनी फॉर्म और फिटनेस पर किस तरह काम किया?
-मैंने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है और मैं खुद को पहले से भी ज्यादा फिट महसूस कर रहा हूं। नए खिलाड़ियों के आने के बाद आपको खुद के ऊपर ज्यादा ध्यान देना होता है। हमें हमेशा ही एक कदम आगे रहना होता है। हमें हमेशा ही खुद में सुधार लाना होता है।
-टीम में ज्यादा स्टार खिलाड़ी नहीं है, तो सीनियर प्लेयर होने के नाते आपका काम कितना महत्वपूर्ण हो जाता है?
-मेरा काम सबसे अहम होता है, क्योंकि रेडिंग के साथ डिफेंस भी करना होता है। मैं ज्यादा टेंशन नहीं लेता, यह नए खिलाड़ी है और मैं जितना होता है उन्हें मोटिवेट करता हूं। इनके ऊपर ज्यादा दबाव आएगा, तो यह खेल नहीं पाएंगे।
-सेमीफाइनल में आपका मैच रेलवे जैसी मजबूत टीम के खिलाफ होना है, तो टीम की क्या खास रणानीति रहेगी?
-रेलवे की टीम में काफी इंटरनेशनल खिलाड़ी मौजूद है। हमें अपना शत प्रतिशत देना है, जैसे अभी तक देते हुए आ रहे हैं। रेलवे जैसी टीम के खिलाफ हम मजबूत रणानीति के साथ उतरेंगे।
-आप अपनी खुद की फॉर्म से संतुष्ट हैं?
-हां, अभी तक मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। खिला़डी़ को हमेशा अपने फॉर्म की चिंता रहती है और मैं भी इसके ऊपर काफी ध्यान देता हूं। हमेशा ही सुधार करने की कोशिश करता हूं। धर्मराज जैसे खिलाड़ी 45 की उम्र में खेल रहे हैं, तो हम अगर फिटनेस पर ध्यान देंगे, तो हम भी खेल सकते हैं।