3 Biggest Learnings For India : पेरिस ओलंपिक 2024 का समापन हो चुका है। खेलों के इस महाकुंभ में 200 से ज्यादा देशों के एथलीट्स ने हिस्सा लिया और एक दूसरे को कड़ी चुनौती पेश की। भारत की तरफ से भी काफी बड़ा दल इस बार पेरिस ओलंपिक में गया था लेकिन मेडल्स उस हिसाब से नहीं मिले। पूरे भारत को उम्मीद थी कि इस बार भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इस बार 6 पदक के साथ ही संतोष करना पड़ा।
खेलों के लिए एक कहावत काफी मशहूर है, 'या तो आप जीतते हैं, या सीखते हैं।' भारत के लिए भी यह कहावत काफी सटीक बैठती है। भले ही इस बार इंडियन एथलीट्स उतना ज्यादा बेहतर नहीं कर पाए लेकिन कई बड़ी सीख पेरिस ओलंपिक से पूरे भारतवासियों को मिली है। हम आपको बताते हैं कि वो 3 बड़ी सीख जो पेरिस ओलंपिक भारत के हर एक फैन को देकर गई है।
3.विरोधी को हल्के में ना लेना
खेलों से हमें सबसे बड़ी सीख यही मिलती है कि कभी भी अपने विरोधी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। वो चाहे आपसे रैंक में काफी नीचे ही, क्यों ना हो लेकिन उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। पेरिस ओलंपिक में जब लक्ष्य सेन का सामना कांस्य पदक के लिए मलेशिया के ली जी जिया से था, तो सबको ऐसा लग रहा था कि यह मुकाबला लक्ष्य आसानी से जीत लेंगे। उन्होंने पहला सेट जीता भी लेकिन अगले दो सेट हार गए। हमें इससे यही सीख मिलती है कि विरोधी को कभी भी हल्का नहीं समझना चाहिए।
2.जरूरत से ज्यादा उम्मीद
भारतीय फैंस के साथ एक दिक्कत यह है कि हर किसी से काफी उम्मीद लगा लेते हैं। इस बार नीरज चोपड़ा से गोल्ड मेडल की उम्मीद लगाई गई थी लेकिन वो सिल्वर ही जीत पाए। इसी वजह से फैंस उतने खुश नहीं दिखाई दे रहे थे। पीवी सिंधू से भी काफी उम्मीद थी कि वो तो मेडल जीतेंगी ही लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाईं। इसी वजह से हमें काफी बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं पालना चाहिए। क्योंकि उम्मीद ज्यादा होने पर दुख भी काफी होता है।
1.समय से पहले सेलिब्रेशन
भारतीयों की एक आदत है कि हर एक चीज को काफी पहले सेलिब्रेट करने लगते हैं। विनेश फोगाट ने जब फाइनल में जगह बनाई तो उसे काफी सेलिब्रेट किया गया लेकिन अगली सुबह पता चला कि वो अयोग्य करार दे दी गई हैं। विनेश को नियमों के तहत अयोग्य करार दिया गया है। इसी वजह से जब तक कोई चीज एकदम कंफर्म ना हो जाए, हमें पहले सेलिब्रेट नहीं करना चाहिए। हालांकि विनेश से हमें पूरी सहानुभूति है और उम्मीद है कि खेल पंचाट का फैसला उनके पक्ष में आएगा और उन्हें सिल्वर मेडल मिलेगा। उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था।