2028 के ओलंपिक में शामिल हुए क्रिकेट और स्क्वाश समेत 5 अन्य खेल

विराट कोहली (बाएं) और सौरव घोषाल (दाएं) क्रमश : क्रिकेट और स्क्वॉश में भारत के अनुभवी खिलाड़ी हैं।
विराट कोहली (बाएं) और सौरव घोषाल (दाएं) क्रमश : क्रिकेट और स्क्वाश में भारत के अनुभवी खिलाड़ी हैं।

आखिरकार आधिकारिक तौर पर भारत का सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट ओलंपिक खेलों में शामिल हो गया है। मुंबई में संपन्न हुए IOC यानी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के 141वें सेशन में क्रिकेट और स्क्वाश समेत 5 खेलों को 2028 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक खेलों में शामिल करने का ऐलान किया गया।

क्रिकेट के अलावा स्क्वाश, बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, लैक्रॉस और फ्लेग फुटबॉल को भी 2028 के ग्रीष्मकालीन खेलों में शामिल किया गया है। भारतीय फैंस इस खबर से काफी खुश हैं क्योंकि क्रिकेट में देश के पदक जीतने की संभावना काफी प्रबल रहेगी जबकि स्क्वाश में भी भारत को मेडल मिल सकते हैं।

क्रिकेट का खेल साल 1900 के ओलंपिक खेलों में पहली और आखिरी बार शामिल हुआ था। इसके बाद से ही इस खेल को लगातार ओलंपिक से जोड़ने की कवायद चलती रही और अब 128 सालों बाद यह हिस्सा बनेगा। स्क्वाश के खेल को करीब 170 साल पहले इजाद किया गया था और यह एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ खेलों का हिस्सा था लेकिन ओलंपिक में भी इसके पदार्पण की कोशिश भी जारी थी।

भारत के लिए मायने

भारत क्रिकेट में मौजूदा समय में काफी मजबूत देश माना जाता है। भारत ने हाल ही में चीन में संपन्न हुए एशियन गेम्स में महिला और पुरुष क्रिकेट में गोल्ड जीता जबकि पुरुष स्क्वाश टीम ने भी रोमांचक फाइनल में पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। स्क्वाश में महिला टीम ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया जबकि सौरव घोषाल को पुरुष एकल का सिल्वर मिला। वहीं, मिक्स्ड डबल्स में एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल भी भारत के खाते में आए। इस परिस्थिति में इन दो खेलों का ओलंपिक में शामिल होना देश की पदक तालिका को मजबूत बना सकता है।

लोकप्रियता बढ़ाने की कोशिश

लेक्रॉस का खेल मूल रूप से इंग्लैड, वेल्स, स्कॉटलैंड, अमेरिका में लोकप्रिय है जबकि फ्लेग फुटबॉल भी अमेरिका में खेला जाता है। बेसबॉल-सॉफ्टबॉल में अमेरिका, कनाडा, जापान, दक्षिण कोरियाई देश अच्छा करते आए हैं। इन खेलों को ओलंपिक का हिस्सा बनाए जाने से अधिक से अधिक लोगों के बीच इनके प्रति जागरुकता और लोकप्रियता बढ़ेगी। क्रिकेट को अमेरिका में और ज्यादा लोग देखेंगे जबकि भारत में बेसबॉल के प्रति रुझान बढ़ सकता है।

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