Aman Sehrawat Big Record in Paris Olympics : भारत के अमन सेहरावत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रच दिया है। उन्होंने रेसलिंग में ना केवल भारत को पेरिस ओलंपिक का पहला मेडल दिलाया, बल्कि एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। अमन सेहरावत अब भारत की तरफ से ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सबसे युवा एथलीट बन गए हैं। उन्होंने महज 21 साल की उम्र में ओलंपिक मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
अमन सेहरावत ने मेंस 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कैटेगरी में कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में भारत को छठा मेडल दिलाया। अमन सेहरावत अपना सेमीफाइनल मुकाबला हार गए थे, जिसके बाद उन्हें कांस्य पदक का मैच खेलना था और उन्होंने इस बार निराश नहीं किया। अमन सेहरावत ने डारियन तोई क्रुज को हराया और भारत को एक और मेडल मिल गया है।
अमन सेहरावत ने सिर्फ 21 साल की उम्र में जीता ओलंपिक मेडल
अमन सेहरावत की उम्र अभी 21 साल है और उन्होंने इसी उम्र में अपना ओलंपिक मेडल जीत लिया है। अब वो भारत के सबसे युवा ओलंपिक मेडलिस्ट बन गए हैं। इसके अलावा अमन सेहरावत ने भारत को पेरिस ओलंपिक में रेसलिंग का पहला पदक भी दिलाया। ओवरऑल रेसलिंग में भारत का ये 8वां ओलंपिक मेडल है।
अमन सेहरावत ने इससे पहले भी एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया था। अमन सेहरावत ने 57 किलोग्राम कैटेगरी में अपने पहले दोनों मुकाबले काफी आसानी के साथ जीते थे। उन्होंने उन्होंने अपने पहले मैच में व्लादिमीर इगोरोव को टेक्निकल सुपरियोरिटी के दम पर 10-0 से हरा दिया था। इसके बाद अगले मैच में अल्बीनिया के पहलवान को एक बार फिर टेक्निकल सुपरियोरिटी के आधार पर 12-0 से हरा दिया। इसका मतलब कि अमन ने तय समय से पहले ही लगातार 10 प्वॉइंट हासिल कर मुकाबला जीत लिया था। अमन अब ओलंपिक इतिहास में भारत के लिए टेक्निकल सुपरियोरिटी में अपने पहले दोनों मैच जीतने वाले पहले पुरुष रेसलर बन गए हैं। अभी तक कोई भी भारतीय पहलवान यह कारनामा नहीं कर पाया था।
इसके बाद अमन को अपने सेमीफाइनल मैच में हार जरूर मिली लेकिन उन्होंने कांस्य पदक का मुकाबला जीता और भारत को पेरिस में छठा पदक दिलाया।