Why Beit Sayah Sadegh Disqualified: पेरिस पैरालंपिक 2024 अब समापन की तरफ बढ़ चुका है लेकिन शनिवार (7 सितंबर) को काफी ज्यादा ड्रामा देखने को मिला लेकिन अंत में इसका फायदा भारत के नवदीप सिंह को मिला, जिन्होंने मेंस जेवलिन के F41 इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की। नवदीप ने पहले दूसरा स्थान हासिल किया था और उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था लेकिन पहले स्थान पर रहने वाले ईरान के बेत सयाह सादेग से बड़ी गलती हुई और उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया। इसी वजह से नवदीप के सिल्वर को गोल्ड मेडल में तब्दील कर दिया गया। हालांकि, काफी लोगों के मन में सवाल होगा कि ईरान के एथलीट को डिसक्वालिफाई क्यों किया गया, इसका जवाब आपको हम देने जा रहे हैं।
बेत सयाह सादेग ने किया कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन
दरअसल, बेत सयाह सादेग को पैरालंपिक समिति के नियमों का उल्लंघन करने के कारण प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया, इस प्रकार नवदीप को विजेता घोषित किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सादेग ने इंटरनेशनल पैरालंपिक समिति की आचार संहिता के नियम 8.1 के कथित उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। यह नियम प्रतियोगिताओं के दौरान 'गैर-खेलकूद या अनुचित आचरण' पर रोक लगाता है। माना जा रहा है कि ईरानी एथलीट ने फाइनल राउंड में अपने देश के झंडे को प्रदर्शित नहीं किया, बल्कि किसी खास तरफ के झंडे को दिखाते नजर आए और यही गलती उन्हें भारी पड़ गई। डिसक्वालिफाई होने के बाद, ईरान की तरफ से प्रोटेस्ट भी किया गया लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया।
नवदीप सिंह को मिला फायदा
F41 इवेंट के फाइनल में नवदीप सिंह ने अपने तीसरे प्रयास में 47.32 मीटर का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल की दावेदारी पेश कर दी थी लेकिन फिर पांचवें प्रयास में बाजी पलट गई। बेत सयाह सादेग ने 47.64 मीटर के रिकॉर्ड पैरालंपिक थ्रो के साथ नवदीप को पीछे छोड़ दिया और गोल्ड मेडल के लिए अपनी दावेदारी लगभग पक्की कर दी। छठा और आखिरी प्रयास दोनों ही एथलीट का फाउल के कारण काउंट नहीं हुआ और सादेग को गोल्ड मेडल का विजेता घोषित कर दिया गया। हालांकि, कुछ समय बाद ही उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया और उनके थ्रो को अमान्य कर दिया गया। इसी वजह से नवदीप को सिल्वर मेडल के बजाय गोल्ड मेडल दिया गया और उन्होंने इवेंट में पहला स्थान हासिल किया।