India vs Pakistan at Olympics : भारत और पाकिस्तान जबसे अलग हुए हैं दोनों देशों के बीच लगातार एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची रहती है। हर एक क्षेत्र में दोनों देशों के बीच तगड़ा कंपटीशन है। खेल के क्षेत्र में भी भारत और पाकिस्तान की टक्कर हमेशा से चलती आई है। क्रिकेट से लेकर हॉकी और स्क्वॉश तक हर एक फील्ड में भारत-पाकिस्तान मुकाबले हमेशा से ही काफी रोमांचक रहे हैं। हालांकि बात जब ओलंपिक की आती है तो फिर यहां पर पाकिस्तान दूर-दूर तक भारत के आस-पास भी नहीं है।
भारत और पाकिस्तान के ओलंपिक इतिहास पर नजर डालें तो दोनों ही देशों की कहानी एकदम अलग रही है। भारत ने लगभग हर एक इवेंट में सफलता के झंडे गाड़े हैं, जबकि दूसरी तरफ पाकिस्तान एक-एक मेडल के लिए तरस रहा है। भारत ने पिछली बार टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था और कुल मिलाकर 7 मेडल जीते थे। जबकि पाकिस्तान की हालत यह है कि उनका 29 साल से ओलंपिक में खाता तक नहीं खुला है। उनका कोई भी खिलाड़ी एक भी मेडल इस दौरान ओलंपिक में जीत नहीं पाया है।
ओलंपिक में एक-एक मेडल के लिए तरस रहा है पाकिस्तान
अगर हम ओलंपिक में भारत के ओवरऑल परफॉर्मेंस की बात करें तो अभी तक भारत ने 24 ओलंपिक खेल में कुल 35 मेडल अपने नाम किए हैं। इस दौरान भारत ने 10 गोल्ड, 9 सिल्वर और 16 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। जबकि दूसरी तरफ पाकिस्तान का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। पाकिस्तान के नाम ओलंपिक इतिहास में केवल 10 मेडल ही हैं। इनमें से 8 मेडल सिर्फ हॉकी में उन्होंने जीते थे। पाकिस्तान ने आखिरी बार 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक में कोई मेडल जीता था। हालांकि उसके बाद से ही पाकिस्तान में पदकों का अकाल पड़ा हुआ है।
पाकिस्तान के अरशद नदीम टोक्यो ओलंपिक 2020 के दौरान पदक जीतने के करीब पहुंचे थे। वो मेंस जैवलिन थ्रो में 5वें पायदान पर रहे थे। इसके अलावा पाकिस्तान के लिए कहीं कोई उम्मीद नहीं दिखाई दी है। पेरिस ओलंपिक के दौरान भी पाकिस्तान को सबसे ज्यादा उम्मीद अरशद नदीम से ही रहेगी। बाकी किसी इवेंट में उन्हें ज्यादा उम्मीद नहीं है।