Indian Boxer Nishant Dev Cheating Controversy : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय बॉक्सर निशांत देव को क्वार्टरफाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें मैक्सिको के बॉक्सर से हार मिली। हालांकि इस मैच को लेकर काफी विवाद भी हो रहा है। सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है कि निशांत देव के साथ बेईमानी हुई है। उन्होंने ज्यादा मुक्के बरसाए थे लेकिन इसके बावजूद जो बॉक्सिंग जज थे, उन्होंने निशांत के खिलाफ फैसला सुना दिया। कई तरह के एंगल इसमें सामने आ रहे हैं।
निशांत देव को मेंस बॉक्सिंग के क्वार्टरफाइनल मैच में मैक्सिको के मार्को वर्डे से हार का सामना करना पड़ा। पहला राउंड निशांत देव ने अपने नाम किया था और भारतीय मुक्केबाज का पलड़ा भारी रहा। हालांकि, वर्डे ने वापसी करते हुए दूसरा राउंड अपने नाम कर लिया और फिर तीसरे राउंड में अपना दबदबा बनाए रखा और अंत में मुकाबला अपने नाम कर लिया। हालांकि जजों ने जो फैसला दिया, उसके खिलाफ काफी रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक में मैरी कॉम के साथ भी हुआ था विवाद
ओलंपिक में बॉक्सिंग इवेंट में अभी तक कई सारे विवाद हो चुके हैं। अक्सर बॉक्सिंग जजों के फैसले पर सवाल उठते हैं। टोक्यो ओलंपिक के दौरान भारत की सबसे सफल मुक्केबाज मैरीकॉम के साथ भी विवाद हुआ था। उन्हें कोलंबिया की मुक्केबाज से 3-2 से हार मिली थी। मैरी कॉम ने सवाल उठाया था कि उन्हें लगा था कि वो विनर हैं और अपनी जीत को लेकर आश्वस्त थीं लेकिन आखिर में कोलंबियाई बॉक्सर को विजेता घोषित कर दिया गया था और इसको लेकर काफी बवाल हुआ था।
दरअसल बॉक्सिंग के जज जिस तरह का स्कोर देते हैं, वो ज्यादातर लोगों को समझ नहीं आता है। एक आम फैन को तो बिल्कुल इसकी समझ नहीं है कि आखिर किस तरह से बॉक्सिंग में स्कोरिंग होती है। इसी वजह से अक्सर फैसलों को लेकर विवाद हो जाता है। भारत के ओलंपिक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने भी इस पर सवाल उठाया है।
वहीं निशांत देव बॉक्सिंग विवाद में एक नया एंगल निकलकर सामने आया है। खबरों के मुताबिक तीन साल पहले इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन ने रियो ओलंपिक 2016 में हुए स्कैंडल की जांच के लिए प्रोफेसर रिचर्ड मैक्लेरेन को नियुक्त किया था। जिस जज ने निशांत देव की फाइट को जज किया है, वो अपने ईमानदारी टेस्ट में फेल हो चुके हैं। इसी वजह से काफी सवाल उठ रहे हैं।