India Hockey Team Medal History in Olympics : भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन किया। हालांकि टीम इंडिया का गोल्ड मेडल जीतने का सपना तो टूट गया लेकिन कांस्य पदक जरूर भारतीय टीम ने अपने नाम किया। भारत ने स्पेन को 2-1 से हराकर ये मेडल जीता।
कुल मिलाकर ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का यह 13वां मेडल है और 1972 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब इंडियन टीम ने हॉकी के दो मेडल लगातार जीते हों। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता था और पेरिस ओलंपिक में भी कांस्य ही जीता।
अगर हम भारतीय हॉकी टीम के ओलंपिक इतिहास पर नजर डालें तो यह काफी जबरदस्त रहा है। टीम इंडिया का एक समय हॉकी में एकछत्र राज हुआ करता था। धनराज पिल्ले और मेजर ध्यानचंद जैसे दिग्गज हॉकी टीम के सुनहरे अतीत को बयां करते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि भारत का ओलंपिक में इतिहास कैसा रहा है और कब कब टीम इंडिया ने हॉकी में मेडल जीता।
भारत ने 1928 में जीता था पहला गोल्ड मेडल
1928 के एम्सटर्डम ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम ने पहली बार मेडल जीता था। टीम ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद 1932 के लॉस एंजिल्स गेम्स में भी भारत ने गोल्ड मेडल जीता। टीम इंडिया का गोल्ड मेडल जीतने का यह सफर आगे भी जारी रहा। भारतीय हॉकी टीम ने 1936, 1948, 1952 और 1956 के ओलंपिक खेलों में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। 1960 के रोम ओलंपिक गेम्स में भारत को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा था। 1964 के टोक्यो ओलंपिक में टीम इंडिया ने एक बार फिर गोल्ड मेडल जीता।
इसके बाद 1968 और 1972 के गेम्स में भारतीय हॉकी टीम कांस्य पदक ही जीत पाई थी। 1980 के ओलंपिक गेम्स में टीम ने एक बार फिर गोल्ड जीता और यही गोल्ड मेडल भारतीय हॉकी टीम का आखिरी गोल्ड साबित हुआ। इसके बाद टीम इंडिया 41 साल तक कोई भी मेडल हॉकी में नहीं जीत पाई। टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इस सिलसिले को तोड़ा गया और अब पेरिस ओलंपिक में एक बार फिर भारत ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया है।