Who is mental coach Paddy Upton: खेलों में स्किल के साथ मानसिक तौर पर मजबूत होना काफी अहम होता है और इस चीज को दुनिया धीरे-धीरे समझ रही है। हालांकि, भारत ने इसे काफी पहले ही समझ लिया था और इसी कारण वे मानसिक कोच की नियुक्ति करने लगे थे। 2011 में जब भारत ने वनडे विश्व कप जीता था तब उनके साथ मानसिक कोच पैडी अप्टन मौजूद थे। इसके बाद पैडी ने भारतीय हॉकी टीम को ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीतने में मदद की और अब वह डी गुकेश को वर्ल्ड चेस चैंपियन बना चुके हैं। आइए जानते हैं पैडी अप्टन कौन हैं।
कौन हैं पैडी अप्टन?
56 साल के अप्टन दक्षिण अफ्रीका के रहने वाले हैं और उन्होंने अपने करियर में केवल दो फर्स्ट-क्लास क्रिकेट मैच खेले हैं। अप्टन के पास चार अलग-अलग यूनिवर्सिटी की डिग्री है जिसमें से दो मास्टर डिग्री है। उन्होंने बहुत जल्दी ही कोचिंग शुरु कर दी थी। 25 साल की उम्र में ही स्पोर्ट साइंस डिग्री हासिल करके वह दक्षिण अफ्रीकी टीम के स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच बन गए थे।
2003 में अप्टन ने एक और मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद अपना पेशा बदल लिया और मानसिक कोच के रूप में काम करने लगे। पिछले 21 सालों से वह यही करते आ रहे हैं। वह क्रिकेट, रग्बी, फुटबॉल, गोल्फ, टेनिस, स्विमिंग, वर्ल्ड टूर सर्फिंग और चेस जैसे खेलों में मानसिक कोच की भूमिका निभा चुके हैं। अपने देश के अलावा अप्टन भारत और ऑस्ट्रेलिया में भी काम कर चुके हैं। वह अब तक 100 से अधिक एथलीट्स के पर्सनल कोच भी रह चुके हैं।
भारत से अप्टन का रहा है गहरा नाता
2008 में ही अप्टन भारत आ गए थे और भारतीय क्रिकेट टीम के मानसिक कोच बन गए थे। उनके रहते हुए टीम 2011 में वनडे विश्व कप चैंपियन बनी थी। जुलाई 2022 में वेस्टइंडीज दौरे के लिए अप्टन को फिर से भारतीय टीम के साथ जोड़ा गया था।
2012 से 2018 के बीच अप्टन ने 12 प्रोफेशनल टी-20 लीग्स में काम किया और पांच के हेड कोच भी रहे। इनमें IPL भी शामिल है जिसमें वह 2012 में पुणे वारियर्स इंडिया, 2013 से 2015 तक राजस्थान रॉयल्स और फिर 2016-2017 में दिल्ली डेयरडेविल्स के हेड कोच रहे। पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के भी अप्टन मानसिक कोच थे।