Manu Bhaker gave his opinion on Khel Ratna matter: पेरिस ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली मनु भाकर एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। दरअसल पेरिस ओलंपिक में हॉकी टीम को पदक दिलाने वाले कप्तान हरमनप्रीत सिंह और गोल्ड मेडल जीतने वाले हाईजंपर प्रवीण कुमार के नाम की सिफारिश देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए की गई है। वहीं शूटर स्वप्निल कुसाले और पहलवान अमन सेहरावत को अर्जुन अवॉर्ड देने की सिफारिश की गई है। लेकिन मनु भाकर के लिए कोई भी सिफारिश नहीं की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि मनु ने खेल रत्न के लिए आवेदन नहीं किया, लेकिन खेल मंत्रालय ने भी इस पुरस्कार के लिए उनके नाम पर स्वत: संज्ञान नहीं लिया। इस मामले पर मनु के पिता ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, वहीं पिता के बाद अब मनु भाकर ने एक पोस्ट शेयर कर इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
खेल रत्न मामले पर मनु भाकर ने दी अपनी राय
खेल रत्न अवार्ड में मनु भाकर का नाम नहीं है, जिसके चलते सोशल मीडिया पर तरह- तरह की खबरें आ रही हैं। वहीं इस मुद्दे पर मनु भाकर ने अपनी राय दी है, मंगलवार शाम मनु भाकर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट शेयर की है, जिस पर मनु भाकर ने लिखा,
सबसे प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार के लिए मेरे नामांकन को लेकर चल रहे मुद्दे के संबंध में मैं कहना चाहूंगी कि एक एथलीट के रूप में मेरी भूमिका अपने देश के लिए खेलना और प्रदर्शन करना है। पुरस्कार और मान्यता प्रेरित तो करते हैं लेकिन ये मेरा लक्ष्य नहीं हैं। मेरा मानना है कि नामांकन भरते समय शायद मुझसे कोई चूक हो गई है, जिसे ठीक किया जा रहा है। पुरस्कार ना मिलने के बावजूद मैं अपने देश के लिए और अधिक पदक जीतने के लिए प्रेरित रहूंगीं। सभी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले पर अटकलें न लगाएं।
मनु भाकर के पिता ने इस मामले पर जताई नाराजगी
खेल रत्न के दावेदारों की लिस्ट में अपनी बेटी के नाम को ना देखकर मनु भाकर के पिता ने भी इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने कहा कि अगर आपको पुरस्कारों के लिए भीख मांगनी है तो एक ओलंपिक में 2 पदक पाने का क्या मतलब है?