Manu Bhaker Life Story Bronze Medal Paris Olympics 2024: मनु भाकर ने भारत को पेरिस ओलंपिक 2024 में पहला मेडल दिला दिया है। आपको बता दें कि शूटिंग के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में मनु भाकर ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। मनु के लिए यहां तक का सफर आसान नहीं था। पिछले टोक्यो ओलंपिक में जो उनके साथ हुआ उसके बाद तो उन्होंने शूटिंग छोड़ने तक का मन भी बना लिया था। इतना ही नहीं एक बार उनकी जान भी जाते-जाते बची थी। यानी मनु भाकर आज जिस ऊंचाई पर हैं वहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था।
मनु ने अपने करियर का पहला गोल्ड मेडल महज 16 वर्ष की उम्र में जीत लिया था। मनु भाकर 16 वर्ष से ही जीत का परचम लहरा रही हैं और अपनी प्रतिभा से भारत को गौरन्वित महसूस कराया। फिर मनु भाकर ने ग्वाडलजारा में 2018 आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल कॉम्पिटिशन में विजय प्राप्त की थी। उन्होंने दस मीटर एयर पिस्टल में 242.5 अंकों के साथ पद जीता था। तब से वह लगातार भारत के लिए शूटिंग में प्रदर्शन कर रही हैं।
जान पर तक बन आई थी
शूटिंग से पहले मनु भाकर बॉक्सिंग करती थीं। मगर एक हादसे में उनकी आंख पर चोट लग गई थी। इतना ही नहीं टोक्यो ओलंपिक में उनकी पिस्टल इवेंट के बीच में खराब हो गई थी। वह काफी निराश हुईं और वहां से उन्होंने शूटिंग छोड़ने तक का मन बना लिया था। लेकिन मनु के अंदर खेलों को लेकर जज्बा था जो उन्हें वापस शूटिंग की तरफ खींच लाया और आज उन्होंने भारत को ब्रॉन्ज मेडल जिताकर गौरन्वित महसूस करवाया। मनु पहली एथलीट हैं जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में पहला मेडल जीता और शूटिंग में 12 सालों का सूखा खत्म कर दिया।
पिता ने छोड़ी नौकरी
हरियाणा के झज्जर के छोटे से गांव गोरिया की रहने वाली हैं मनु भाकर। आपको बता दें कि मनु भाकर ने शूटिंग से पहले बॉक्सिंग और मार्शल आर्ट में भी पदक जीते थे। लेकिन आंख में चोट लगने की वजह से उनका करियर खत्म हो गया था। लेकिन ना ही मनु ने हार मानी और ना ही उनके परिवार ने। पढ़ाई के बाद वह हर दिन 6 से 7 घंटे निशानेबाजी की प्रैक्टिस करती थीं। मनु के अंदर नंबर वन शूटर बनने का जुनून था। बेटी के जूनून के लिए परिवार ने भी बहुत साथ दिया, पिता ने मनु के लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी थी।
कई खेलों की विनर रह चुकी हैं मनु भाकर
मनु भाकर शूटिंग से पहले कराटे, टांता, स्केटिंग,थांग टा स्वीमिंग और टेनिस शामिल हैं। मनु ने थांग टा,कराटे और टांता में नेशनल लेवल पर मेडल जीते हैं इतना ही नहीं टांता में मनु लगातार तीन बार नेशनल चैंपियन रही हैं और उन्होंने स्केटिंग में भी स्टेट मेडल जीता है।