Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सैखोम मीराबाई चानू मेडल नहीं जीत पाईं। वह बुधवार को महिलाओं के 49 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं और मेडल जीतने से 1 किलोग्राम पीछे रह गईं। फाइनल के बाद, मीराबाई चानू ने खुलासा किया कि उन्हें वेटलिफ्टिंग के दौरान स्टेज पर कमजोरी महसूस हो रही थी। क्योंकि यह उनके पीरियड्स का तीसरा दिन था। मेडल न जीत पाने का अफसोस मीराबाई के चेहरे पर साफ दिख रहा था और वह एकदम से इमोशनल हो गई थीं।
प्रतियोगिता के दो चरणों के समापन के बाद मीराबाई चानू ने 199 किग्रा के स्कोर के साथ समापन किया, जो टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक के लिए उनके कुल वजन (202 किग्रा) से 3 किग्रा था। वह चौथे स्थान पर रही थीं। इन ओलंपिक खेलों में भारत के लिए मीराबाई चानू अकेली वेटलिफ्टर थीं। अब उनकी हार के साथ ही भारत की वेटलिफ्टिंग में चुनौती भी समाप्त हो गई।
मैनें अपना बेस्ट दिया लेकिन नियती को यही मंजूर था
अपना इवेंट खत्म होने के बाद मीराबाई चानू के कहा कि मैं प्रदर्शन से खुश हूं...मैंने भारत की जीत के लिए अपना 100 प्रतिशत दिया। तब मेरे पीरियड्स का तीसरा दिन था जिसकी वजह से मुझे बहुत कमजोरी महसूस हो रही थी। मैंने भारत के लिए पदक लाने की पूरी कोशिश की लेकिन नियति को शायद यह मंजूर नहीं था।
पीरियड के तीसरे दिन की वजह से कमजोरी
"वॉर्म अप में मेरे लिए सब कुछ अच्छा चल रहा था। मैंने स्नैच (88 किग्रा) में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। क्लीन एंड जर्क भी बहुत अच्छा चल रहा था। मैं अपने पहले जर्क में थोड़ा लड़खड़ा गई थी। पीरियड का तीसरा दिन था, जिसके कारण थोड़ी कमजोरी महसूस हो रही थी। कोच ने जैसा कहा मैंने किया। यह सिर्फ नियति थी कि मुझे मेडल नहीं मिला।
स्नैच राउंड की शुरुआत 85 किग्रा भार उठाकर की
आपको बता दें कि मीराबाई चानू ने अपने पहले प्रयास में 85 किग्रा भार उठाकर स्नैच राउंड की शुरुआत की थी। लेकिन 88 किग्रा में उनका दूसरा प्रयास असफल साबित हुआ। मीराबाई ने शुरुआत में अपने दूसरे प्रयास में 86 किग्रा का लक्ष्य रखा था लेकिन कुछ मिनट बाद उन्होंने 88 किग्रा में बदल दिया।
उन्होंने स्नैच राउंड में अंतिम प्रयास में 88 किग्रा के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और नेशनल रिकॉर्ड की बराबरी की। हालांकि, उनके प्रयास की बराबरी थाई वेटलिफ्टर सुरोडचाना खंबाओ ने की और स्नैच राउंड के अंत तक दोनों संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहीं।