Paris Olympics 2024 Gold Medalist Sharon Van Rouwendaal: ओलंपिक में मेडल जीतना हर खिलाड़ी का सपना होता है और इसके लिए खिलाड़ी अपनी पूरी जान लगा देते हैं। एथलीट महीनों पहले से ओलंपिक की तैयारी में लग जाते हैं और दिन रात प्रैक्टिस करते हैं। हर ओलंपिक की तरह इस बार भी पेरिस ओलंपिक में मेडल के सभी एथलीट्स में दमदार टक्कर देखने को मिल रही है। किसी ने गोल्ड जीता तो किसी ने सिल्वर मेडल। इसी कड़ी में नीदरलैंड की स्विमर शेरोन वान रूवेन्डाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। लेकिन शायद ही आपको पता हो कि शेरोन को गोल्ड मेडल ही जीतना था और इसके पीछे की एक खास वजह है। आपको बताते हैं पूरी कहानी क्या है?
गोल्ड मेडल कुत्ते को किया समर्पित
नीदरलैंड की स्विमर शेरोन वान रूवेन्डाल ने 10 किलोमीटर मैराथन तैराकी में गोल्ड मेडल अपने नाम किया और उन्होंने यह मेडल अपने कुत्ते को समर्पित किया। इस जीत के बाद शेरोन काफी इमोशनल नजर आईं। आपको बता दें कि शेरोन अपने कुत्ते को अपने खास शख्स की तरह प्यार करती थीं। उनके कुत्ते का नाम रियो था और पेरिस ओलंपिक से कुछ समय पहले ही उसकी मौत हो गई थी। जिसकी वजह से शेरोन काफी टूट गई थीं।
रियो ओलंपिक में जीत के बाद रखा था कुत्ते का नाम
शेरोन ने 2016 में ब्राजील के रियो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद अपने कुत्ते का नाम रियो रखा था। वहीं शेरोन ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भी गोल्ड मेडल जीता। वह जीत के बाद काफी इमोशनल दिख रही थीं। उस दौरान शेरोन ने मीडिया को बताया कि मैने अपने कुत्ते रियो के अंतिम संस्कार के तीसरे दिन बाद अपने हाथ में उसका टैटू बनवाया था। उसकी मौत के बाद मैं काफी ज्यादा दुखी थी, लेकिन फिर मैनें खुद से वादा किया कि मैं पूरे दिल से स्विमिंग करूंगी और उसके लिए गोल्ड जीतुंगी और ऐसा ही हुआ।
शेरोन का टैटू था चर्चा में
आपको बता दें कि शेरोन के हाथ पर बना हुआ टैटू काफी वायरल हुआ था। इतना ही नहीं गोल्ड मेडल जीतने के बाद सबसे पहले उन्होंने अपने हाथ पर बना टैटू चूमा था। जैसे वह इनके लिए चार्म था।