PR Sreejesh Hockey Career : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया ने ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए मुकाबले में स्पेन को 2-1 से हरा दिया और इसके साथ ही लगातार दूसरी बार ओलंपिक में मेडल अपने नाम कर लिया। भारतीय हॉकी टीम ने इस जबरदस्त जीत के साथ दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर पीआर श्रीजेश को बेहतरीन फेयरवेल दिया है। पीआर श्रीजेश का यह आखिरी मैच था और उन्होंने एक मेडल के साथ अपने करियर का समापन किया है।
अगर हम पीआर श्रीजेश के करियर पर नजर डालें तो उन्होंने कुल 335 मैच अपने 18 साल के लंबे करियर में खेले और इस दौरान दो ओलंपिक मेडल जीते। भारत को दो ओलंपिक मेडल दिलाने में श्रीजेश का योगदान शायद सबसे ज्यादा रहा। हर एक मैच में उन्होंने जिस तरह के सेव किए, उससे टीम इंडिया मैच में पीछे नहीं हुई। हर एक मुकाबले में पीआर श्रीजेश ने अपनी कीपिंग का जबरदस्त नमूना पेश किया।
पीआर श्रीजेश के करियर से जुड़ी 10 बड़ी बातें
आइए हम आपको पीआर श्रीजेश के करियर से जुड़ी 10 बड़ी बातों के बारे में बताते हैं।
#.2008 के जूनियर एशिया कप में मिला बेस्ट गोलकीपर का अवॉर्ड।
#.2006 में भारतीय हॉकी टीम के लिए किया अपना डेब्यू।
#.2016 में बने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान।
#.2016 के रियो ओलंपिक में अपनी कप्तानी में भारत को क्वार्टरफाइनल तक पहुंचाया।
#.एशियन गेम्स 2022 में हॉकी टीम के साथ जीता गोल्ड मेडल।
#.एशियन चैंपियनशिप 2023 में भी गोल्ड मेडल किया अपने नाम।
#.2018 में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी विनिंग टीम का रहे हिस्सा।
#.2020 के टोक्यो ओलंपिक में जीता कांस्य पदक
#.2024 के पेरिस ओलंपिक में जीता कांस्य पदक
#.8 अगस्त 2024 को खेला अपने करियर का आखिरी मैच।
आपको बता दें कि पीआर श्रीजेश ने अपने करियर में इसके अलावा भी और भी कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। हालांकि हमने यहां पर उनकी कुछ गिनी-चुनी उपलब्धियों के बारे में ही बताया है। पीआर श्रीजेश जैसे कीपर की कमी टीम इंडिया को काफी खलने वाली है। वो कई सालों तक भारत की दीवार बने रहे लेकिन अब हॉकी को अलविदा कह दिया है।