Zhiying Zeng Will Make Olympic Debut at 58 : 'खेलों के महाकुभं' ओलंपिक के आगाज में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। 26 जुलाई से औपचारिक तौर पर पेरिस ओलंपिक की शुरुआत हो जाएगी। ओलंपिक एक ऐसा इवेंट है जिसमें 200 से ज्यादा देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। ओलंपिक की ही तरह इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ियों की कहानियां भी काफी दिलचस्प होती है। हर एक ओलंपिक एथलीट की कहानी काफी अलग और दिलचस्प होती हैं।
हम आपको एक ऐसी ही महिला एथलीट्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके ओलंपिक में खेलने की कहानी काफी संघर्ष भरी है। यह कहानी चाइना की पूर्व टेबल टेनिस प्लेयर झीइंग जेंग की है जो 58 साल की उम्र में अपना ओलंपिक डेब्यू करेंगी।
अपनी मां से ली थी टेबल टेनिस की ट्रेनिंग
झीइंग जेंग के ओलंपिक ड्रीम की शुरुआत 1970 में हुई थी। तब वो चीन का प्रतिनिधित्व करती थीं। बहुत कम उम्र से ही जेंग के ट्रेनिंग की शुरुआत हो गई थी, क्योंकि उनका मां खुद टेबल टेनिस की एक कोच थीं। महज 11 साल की उम्र में ही झीइंग जेंग का सेलेक्शन मिलिट्री स्कूल में जूनियर एलीट टीम के लिए हो गया। उस वक्त तक चाइनीज प्रोफेशनल स्पोर्ट्स पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी की देख-रेख में आ चुका था। जब 1991 में पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी का सुपरविजन खत्म हुआ तब झीइंग एक बार फिर अपनी मां से ट्रेनिंग लेने लगीं।
"दो-रंग नियम" के कारण टूटा था ओलंपिक का सपना
साल 1983 में चीन की नेशनल टेबल टेनिस टीम में झीइंग जेंग का सेलेक्शन भी हो गया था। हालांकि 1986 में शुरू किए गए "दो-रंग नियम" के कारण उनके खेल को नुकसान हुआ और उन्होंने राष्ट्रीय टीम छोड़ दी। इसी वजह से उनका ओलंपिक में खेलने का सपना भी टूट गया था। उन्होंने हाल ही में इस नियम को लेकर कहा था,
उस नियम ने मेरे गेम को पूरी तरह खत्म कर दिया। मैं तकनीकी और मानसिक रूप दोनों तरह से कमजोर महसूस करने लगी।
साल 1989 में झीइंग जेंग को चिली में कोचिंग का ऑफर मिला और इसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। वो वहीं पर जाकर बस गईं। हालांकि 2002 में अपने बेटे के वीडियो गेम की आदत छुड़ाने के लिए उन्होंने दोबारा टेबल टेनिस खेलने का फैसला किया और अब वो अपने ओलंपिक का सपना पूरा कर रही हैं। पेरिस ओलंपिक 2024 में वो टेबल टेनिस में चिली का प्रतिनिधित्व करेंगी।