ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कोरोना वायरस के कारण लगाई पाबंदियों में ढील दी है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि ऑस्ट्रेलिया में खेल आयोजन फिर से शुरू किये जा सकें। अगले महीने से ऑस्ट्रेलिया में चालीस हजार दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम में दस हजार दर्शकों को प्रवर्ष की अनुमति दी गई है। मैच, कॉन्सर्ट्स और अन्य इवेंट्स के लिए यह छूट दी गई है।
कैबिनेट मीटिंग के बाद ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि बदलाव खेलों के मैचों, कॉन्सर्ट्स और फेस्टिवल आदि पर लागू होंगे। हालांकि दर्शक दीर्घा में सिर्फ पच्चीस प्रतिशत लोगों को बैठाने की ही अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य चालीस हजार दर्शक क्षमता वाले मैदानों में दस हजार दर्शकों को प्रवेश की अनुमति दे पाएंगे।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का बयान
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़ा और खुला हुआ क्षेत्र होना चाहिए जिसमें दूरी के साथ सीट लगी हो। इसके अलावा दर्शकों के लिए टिकट व्यवस्था भी हो जिससे यह पता चल सके कि उस इवेंट में कौन-कौन आया था। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि वेन्यू के लिए अभी देश भर के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सामंजस्य बैठाने की जरूरत रहेगी।
मॉरिसन के इस कदम से एक बात यह सामने आती है कि ऑस्ट्रेलिया में इस साल अक्टूबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप का रास्ता साफ़ हो सकता है। धीरे-धीरे पाबंदियां हटने से खेलों के आयोजन की उम्मीदें भी बढ़ेगी। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री खुद क्रिकेट देखने में दिलचस्पी रखते हैं ऐसे में वे नहीं चाहेंगे कि इस साल उनके देश में होने वाला टी20 वर्ल्ड कप रद्द हो जाए। नियम और कायदे बनाकर टूर्नामेंट आयोजित कराने के लिए ऑस्ट्रेलिया अपने प्रतिबद्धता दिखा सकता है। पच्चीस प्रतिशत दर्शक क्षमता वाला फ़ॉर्मूला भी टी20 वर्ल्ड कप में काम आ सकता है क्योंकि वहां काफी ज्यादा दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम मौजूद हैं।
आईसीसी ने भी फिलहाल वर्ल्ड कप की उम्मीद नहीं छोड़ी। आईसीसी ने कहा है कि संभावनाओं की तलाश जारी रहेगी तथा तैयारियां भी चलती रहेगी। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के निर्णय से आईसीसी की उम्मीद और ज्यादा मजबूत हुई होगी। आने वाले दिनों में स्थिति और ज्यादा स्पष्ट होगी।