Tokyo Olympics में भारत की अदिति अशोक ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए सबको चौंका दिया, लेकिन अंत में वह पदक जीतने से चूक गईं। पहले तीन राउंड में अदिति ने लगातार दूसरे स्थान पर कब्ज़ा जमाये हुए था, लेकिन आखिरी राउंड में जापान की मोने इनामी और न्यूजीलैंड की लीडिया को ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और इसी वजह से अदिति चौथे स्थान पर रहीं।
चार राउंड के बाद अदिति का स्कोर 269 रहा और वो सिर्फ एक शॉट से पदक से वंचित रह गईं। यूएसए की नेली कोरडा ने 267 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता, वहीं दूसरे स्थान पर 268 के स्कोर के सतह टाई रहने के बाद प्ले ऑफ में जापान की मोने इनामी ने रजत और न्यूजीलैंड की लीडिया को ने कांस्य पदक पर कब्ज़ा किया। भारत की दीक्षा डागर संयुक्त 50वें स्थान पर रहीं।
2016 रियो ओलंपिक्स में अदिति ने 41वां स्थान हासिल किया था और टोक्यो 2020 में उन्होंने चौथा स्थान हासिल करके इतिहास रच दिया। ओलंपिक्स में यह भारत के किसी भी गोल्फर का सबसे शानदार प्रदर्शन है। अदिति के प्रदर्शन नेभारत में एक ऐसे खेल के बेहतर भविष्य की उम्मीद जगा दी है, जिसके बारे में हाल फिलहाल कोई सोच भी नहीं सकता था।
2024 पेरिस ओलंपिक्स में अदिति निश्चित रूप से पदक अपने नाम करना चाहेंगी और उन्हें पूरे भारत का समर्थन हासिल रहेगा।