शरत के टेबल टेनिस सिंगल्स गोल्ड के बाद सोशल मीडिया पर आई बधाई संदेशों की बाढ़

शरत ने 16 साल बाद पुरुष सिंगल्स मे गोल्ड मेडल हासिल किया है।
शरत ने 16 साल बाद पुरुष सिंगल्स मे गोल्ड मेडल हासिल किया है।

भारतीय टेबल टेनिस स्टार शरत अंचत कमल ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में देश को उसका 22वां और आखिरी गोल्ड मेडल दिलवाकर पूरे सफर का शानदार अंत किया। टेबल टेनिस में पहले ही पुरुष टीम गोल्ड, मिक्स्ड डबल्स गोल्ड और पुरुष डबल्स सिल्वर जीत चुके शरत ने पुरुष सिंगल्स में भी गोल्ड जीत इतिहास रच दिया।

साल 2006 में मेलबर्न गेम्स में शरत ने सिंगल्स का गोल्ड जीता था और अब 16 साल बाद दोबारा सिंगल्स में सोना हासिल किया है। शरत की जीत के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत देश के कई बड़े नाम सोशल मीडिया के माध्यम से शरत को बधाई दे रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि शरत का नाम इतिहास के पन्नों में बेहद खास तौर से दर्ज किया जाएगा। शरत का ये कुल 13वां कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल है।

शरत ने 2006 मेलबर्न गेम्स में सिंगल्स और टीम ईवेंट का गोल्ड जीता था। 2010 में उन्होंने सिंगल्स में ब्रॉन्ज के साथ ही पुरुष डबल्स में गोल्ड और टीम ईवेंट में ब्रॉन्ज जीता था।

शरत को 2014 के ग्लासगो कॉमनवेल्थ खेलों में सिर्फ 1 सिल्वर पुरुष डबल्स में मिला। 2018 गोल्ड कोस्ट गेम्स में शरत ने टीम ईवेंट में गोल्ड के साथ सिंगल्स में ब्रॉन्ज और डबल्स में सिल्वर जीता। और अब इस बार शरत ने 3 गोल्ड समेत कुल 4 मेडल हासिल किए हैं।

जीत के बाद शरत ने अपने चौथे और आखिरी मेडल को देश के नाम समर्पित किया।

शरत कमल 40 साल की उम्र में गजब फॉर्म में हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। टेबल टेनिस जैसे थकाने वाले खेल में शरत आज भी बेहतरीन फुर्ती के साथ खेलते हैं।

अपना चौथा मेडल जीतने के बाद शरत ने ऐलान किया कि उनका खेल अभी खत्म नहीं हुआ है और अब वो 2024 के पेरिस ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए तैयारी करेंगे। शरत पेरिस ओलंपिक में टेबल टेनिस में देश के लिए मेडल लाना चाहते हैं।

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Edited by निशांत द्रविड़